जगदलपुर/बस्तर न्यूज
बस्तर की धरती पर सनातन धर्म की पताका थामे वैदिक विदुषी अंजलि आर्य का आगमन आज हो रहा है। यह अवसर हमारे समाज के लिए एक दिव्य वरदान के समान है, जब हमें इन महान विभूतियों से धर्म, संस्कृति, और राष्ट्र के प्रति उनके विचारों और समर्पण को सुनने और समझने का अवसर प्राप्त होगा।
वैदिक विदुषी अंजलि आर्या, जो अपने ओजस्वी भाषणों और निडर विचारों के माध्यम से सनातन धर्म के आदर्शों को सशक्त रूप से प्रस्तुत करते हैं, और भारतीय संस्कृति और नारी शक्ति की प्रतीक हैं, हम सभी को एक नई दिशा दिखाने आ रहीं हैं। उनका मार्गदर्शन हम सभी के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा, जिससे हम धर्म और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर तरीके से निभा सकें।
कार्यक्रम के संयोजक पतंजलि योग समिति छत्तीसगढ़ ने सभी सनातन बंधुओं और बस्तरवासियों से अपील करते हुए कहा कि इस महायज्ञ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। आपकी उपस्थिति न केवल हमें एकता का संदेश देगी, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मूल्यों को और भी सुदृढ़ करेगी। यह सभा हमारे लिए एक ऐसा मंच है, जहाँ हम सभी मिलकर सनातन धर्म की ध्वजा को और ऊंचा करने का संकल्प ले सकते हैं।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने पतंजलि योग समिति के डॉ मनोज पाणिग्रही, राजाराम तोड़ेम, दशरथ कश्यप, संजय पाण्डेय, सुरेश गुप्ता, नैना सिंह धाकड़, शक्तिसिंह चौहान, रविन्द्र कुमार हेमनानी, राजेश चावड़ा, अरुण त्रिपाठी, ईला राव, जितेंद्र मिश्रा, मनीष भोजवानी, मंजू लुक्कड, मान कोर्राम, शुक्ला दास,जोगिंदर पाल, रिशी यादव आदि प्रयासरत है।