दंतेवाड़ा/बस्तर न्यूज
किले में चलाये जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आईये) नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छ.ग. शासन की पुनर्वास नीति के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है । साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गाँव गाँव तक किया जा रहा है । जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।
आत्मसमर्पित सभी माओवादी मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय थे
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके मलांगेर एरिया कमेटी के प्रतिबंधित संगठन में नीलावाया पंचायत जनताना सरकार सदस्य, मेडिकल टीम कमाण्डर हांदा मण्डावी पिता हिड़िया मण्डावी उम्र 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी नीलावाया मल्लापारा थाना अरनपुर, बुरगुम पंचायत मिलिषिया सदस्य श्रीमती शषी मड़काम पति रतनेष कवासी उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी बुरगुम पेरमापारा थाना अरनपुर एवं बुरगुम पंचायत सीएनएम सदस्य बण्डी पोड़ियाम पिता भीमा पोड़ियामी उम्र 27 वर्ष जाति माड़िया निवासी बुरगुम पेरमापारा थाना अरनपुर ने आज पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कष्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ दन्तेवाड़ा रेंज विकास कठेरिया, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, कमाण्डेन्ट 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ नीरज यादव, द्वितीय कमान अधिकारी 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ विवेक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला, एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन के समक्ष डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किये।
जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ सभी भटके हुए माओवादियों से अपील करती है कि हिंसा की धारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए निकटतम थाना अथवा कैंप में सम्पर्क करें और क्षेत्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे।