जगदलपुर/बस्तर न्यूज
विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक संस्था अभियान ने अपने बहुचर्चित नाटक राई द स्टोन की 77 वीं प्रस्तुति शौर्य भवन में दी। अत्याचार की तपन से भावनाओं के पाषाण बनने की व्यथा कथा को उकेरती इस कहानी को दर्शकों का भरपूर स्नेह मिला। दर्शकों से खचाखच भरे शौर्य भवन में जब अभियान के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी तो दर्शक हर संवाद पर तालियों से उनकी हौसला आफजाई करते नजर आए।
राई का पहाड़ कहावत बहुत प्रचलित है । नाटक राई द स्टोन में इस कहावत को उल्टा होते हुए देखा जा सकता है। राई द स्टोन में समाज के उस तबके का आक्रोश दिखाई देता है जिसे सदियों से आर्थिक परावलम्बन व बंधुआ जीवन जीने को विवश होना पड़ा, इसका प्रभाव समाज के आर्थिक ढांचे में गुणात्मक रूप से पड़ा जिससे प्रभावशाली सम्पन्न वर्ग और अधिक सम्पन्न होते गए । वहीं समाज की रीढ़ कहा जाने वाला वर्ग निरन्तर विपन्नता और गरीबी की खाई में गिरता गया और अपना अस्तित्व ढूंढने का प्रयास करता रहा । राई द स्टोन नाटक ने बेहद हल्की राई और विशालकाय पत्थर के बीच झूलते हुए एक असम्भव सत्य को दर्शकों के बीच रखने की कोशिश की है।
नाटक के मुख्य पत्रों में विधायक समीर सेन, थानेदार केतन महानंदी, हवलदार अनुप कुमार कुरें, आरक्षक शिवशंकर पिल्ले, पत्रकार मोहम्मद सोहेल, बूढा कृषक राजेश श्रीवास्तव, दिव्यांग युवक विक्रम कुमार सोनी, अन्य आरक्षक धीरज कश्यप एवम मृणाल राय ने अपने अभिनय से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। प्रस्तुति को बेहतर बनाने में मंच परे वेशभूषा, ध्वनि एवम प्रकाश विश्वजीत भट्टाचार्य, मंच सज्जा- कैलाश सिंह चौहान, मंच उपस्कर महेन्द्र महापात्र, परिकल्पना- निर्देशन-निष्पादन स्वर्गीय सत्यजीत भट्टाचार्य का महत्वपूर्ण योगदान था। आयोजन के मुख्य अतिथि महापौर सफिरा साहू, सभापति यशवर्धन राव तथा उपसंचालक समाज कल्याण श्रीमती वैशाली मरड़वार अतिथि के रूप में मौजूद थे। अतिथियों के स्वागत में प्रज्ञा डांस ग्रुप के कलाकारों ने बस्तरिया संगीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी।
मंच संचालन अफजल अली ने किया ।