रायपुर/बस्तर न्यूज
कलरिपयतु खेल, भारत सरकार के खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय से मान्यता प्राप्त खेल है तथा इस भारतीय मार्शल आर्ट्स खेल को राष्ट्रीय खेल, खेलो इंडिया यूथ गेम्स एवं स्कूल खेल में भी शामिल है। कलरिपयतु भारत का सर्वाधिक प्राचीन मार्शल आर्ट है, जिसे 9वीं से 11वीं शताब्दी के मध्य उत्पन्न हुआ ऐसा माना जाता है जिसका उपयोग युद्ध मे किया जाता था। कलरिपयतु को सभी मार्शल आर्ट्स की जननी भी कहा जाता है। आगामी तमाम राष्ट्रीय आयोजनों यथा खेलो इण्डिया, राष्ट्रीय खेल और नेशनल चैंपियनशिप की तैयारियों हेतू एवँ अच्छे प्रदर्शन हेतू साथ ही नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को तैयार करने के उद्देश्य से छ ग कलरिपयतु संघ के तत्वावधान में बालोद जिला कलरिपयतु संघ एवँ मार्शल आर्ट्स क्लब दल्लीराजहरा के सहयोग से चार दिवसीय राज्य स्तरीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन ओपन एयर थिएटर, दल्लीराजहरा में 01 से 04 मई तक आयोजित किया जा रहा है।
इस शिविर में मुख्य कोच जो भारतीय कलरिपयतु फेडरेशन के सुप्रसिद्ध एवँ राष्ट्रीय कोच, निर्णायक श्रीजेयन प्रशिक्षण देगे । और राज्य स्तरीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आज प्रातः 07 बजे से प्रथम सेशन प्रारम्भ हो जाएगा। वहीं कलरिपयतु खेल का आगामी शिविर शीघ्र ही कोरबा या बिलासपुर में आयोजित किये जाने की संभावना है, ताकि राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को शिविर का अधिकतम लाभ मिल सके। उपरोक्त जानकारी जारी प्रेस विज्ञप्ति में अनीस मेमन अध्यक्ष जिला कलरिपयतु संघ रायपुर द्वारा दी गई है।