रायपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में चल रही जांच और कार्रवाई के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल प्रदेश के लिए बल्कि पत्रकारिता के स्वतंत्र स्वरूप के लिए भी एक गंभीर आघात है। प्रदेश सरकार इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लेकर जांच सुनिश्चित कर रही है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों रितेश चंद्रकार, दिनेश चंद्रकार और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच को तेज करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर (आईपीएस) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फॉरेंसिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस तैयार किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 4 हफ्ते में चालान पेश कर स्पीड ट्रायल करवाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि अपराधी ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर के सभी कार्यो की जांच कराने की बात उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने की है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि यह मामला 01 जनवरी 2025 की रात शुरू हुआ, जब पत्रकार मुकेश चंद्रकार अपने घर से लापता हो गए। उनके बड़े भाई द्वारा 02 जनवरी को बीजापुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मृतक की अंतिम लोकेशन और संबंधित व्यक्तियों की पूछताछ की। जांच के दौरान सुरेश चंद्रकार के बाड़े में स्थित सेप्टिक टैंक से मृतक का शव बरामद किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेसी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार, जो इस मामले में प्रमुख आरोपी है, और वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सचिव के पद पर कार्यरत हैं, की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उसकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की जा रही है। अब तक आरोपी कांग्रेस नेता के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है और अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के तहत कड़ी सजा दिलाई जाएगी।