हैदराबाद/बस्तर न्यूज
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एनएमडीसी ने अपने प्रधान कार्यालय में एक मानसिक स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया। इस सत्र में अतिथि वक्ता के रूप में अपोलो अस्पताल हैदराबाद की प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ. सी. मंजुला राव शामिल हुईं। वार्ता महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण पर केंद्रित थी, जिसमें सुदृढता और आत्म सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया । डॉ. राव ने अपने मूल्यवान विचार और विशेषज्ञता साझा करते हुए महिलाओं को अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और सकारात्मक मानसिकता विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। |
एनएमडीसी के निदेशक (वाणिज्य) विश्वनाथ सुरेश ने सभा को संबोधित करते हुए जोर देकर कहा समावेश और विविधता केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहना चाहिए। बल्कि इसे आगे बढकर संगठन के ताने-बाने का एक अभिन्न अंग बनना चाहिए। एनएमडीसी ने अपनी पहली महिला निदेशक के साथ इतिहास रचा है । हमारी महिला कर्मचारी सभी बाधाओं को तोडते हुए आगे बढ रही हैं और खनन तथा उससे भी आगे बढकर नेतृत्व को एक नई परिभाषा दे रही हैं। उन्होंने समावेशिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एनएमडीसी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। जहां सफलता के लिए वैविध्यपूर्ण दृष्टिकोणों और प्रतिभाओं को महत्व दिया जाता है।
डॉ. सी. मंजुला राव ने आत्मविश्वास और मानसिकता में बदलाव की परिवर्तनकारी शक्ति पर जोर दिया और कहा सशक्तिकरण मानसिकता में बदलाव के साथ शुरू होता है। जब महिलाएं आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान को अपनाती हैं, तो वे अपनी बात को शक्ति और स्पष्टता के साथ प्रस्तुत करती हैं। हमें अपने आत्मसम्मान को बढ़ाना चाहिए। और अधिक समावेशी और संतुलित समाज की दिशा में सार्थक कदम उठाने चाहिए। हमारे द्वारा आज लाए गए परिवर्तन भविष्य में महिलाओं की अगली पीढ़ी के लिए एक बेहतर विश्व का सृजन करते है।
कार्यक्रम का समापन महिला कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए खेलों तथा भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ।