जगदलपुर/बस्तर न्यूज
देश के सभी योग साधक पतंजलि योगपीठ के संस्थापक, पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति, पतंजलि योगपीठ के महासचिव, विद्वान और लेखक आचार्य बाल कृष्ण के जन्म दिवस को जड़ी-बूटी दिवस के रुप में मनाते है। क्योंकि आचार्य का जन्म ही जड़ी-बूटियों का गौरव बढ़ाने के लिए और इस पूरे विश्व में आयुर्वेद की प्रतिष्ठा करने के लिए हुआ है । उक्त उद्बोधन आज जड़ी- बूटी व पर्यावरण जनजागरूकता पखवाड़ा के शुभारंभ के अवसर पर भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कही।
पतंजलि योग समिति जगदलपुर द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जड़ी-बूटी व पर्यावरण जन जागरूकता पखवाड़ा का शुभारंभ आज किया गया। 4 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय जड़ी-बूटी दिवस में आज सर्वप्रथम प्रातः 5:30 बजे ब्रह्मयज्ञ तत्पश्चात् योगसत्र और फिर अतिथियों का स्वागत और उद्बोधन हुआ।
कार्यक्रम के अंत में पौधारोपण तथा गिलोय, ऐलोवेरा, आवला, जामुन, कटहल, कचनार, सतवार, तुलसी आदि के औषधीय गुणों की चर्चा करते हुये पौध वितरण किया गया।
पर्यावरण जन जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम में विद्यार्थीयो के बीच प्रतियोगिता, आमजनों के लिए जड़ी बूटी का महत्व, पर्यावरण संरक्षण संवर्धन वृक्षारोपण आदि विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। कार्यक्रम का संचालन पतंजलि ज़िला प्रभारी इला राव, नगर प्रभारी उमेश सोनी ने किया । योगाचार्यं विजय दडसेना ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संरक्षिका डा सुषमा झा ने जड़ी बूटी पर प्रकाश डाला। और राज्य प्रभारी डा मनोज पानीग्राही ने यज्ञ व योगसत्र का संचालन किया।
इस अवसर पर महिला पतंजलि योग प्रभारी सीमा मौर्य, नगर प्रभारी महिला मंजु लुकड़, मान कोरम, मुन्नीसिंग, मोना, किरण दीवान, धीरेंद्र श्रीवास्तव, अक्षय कर, डीके परसर, वैभव यादव, जितेंद्र मिश्रा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।