जगदलपुर/बस्तर न्यूज
जगदलपुर मुस्लिम समाज के सदस्य जावेद खान ने आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मुस्लिम समाज को प्रदेश ही नहीं पूरे देश में अपने बेतुके बयानों से बदनाम करने का आरोप लगाया है। आज वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष कभी मस्जिद तो कभी मुतवल्ली और तो और ईमामों पर सवाल खड़े कर अपने राजनीतिक आकाओं की नज़र में चढ़ने ओछी राजनीति कर रहे हैं, जो साफ नज़र आ रहा है। डॉ सलीम राज जब से छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मनोनीत हुए हैं। समाज के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों पर दबाव बना रहे हैं कहीं चंद लोगों की शिकायतों के नाम पर मुतवल्लियों के खिलाफ जांच आदेश जारी कर रहे हैं, तो कहीं ईमामों की जुम्मे की नमाज़ से पहले की तकरीर पर सवाल खड़े कर रहे हैं, एक तरफ तो डाॅ सलीम राज अपने बयानों में मस्जिदों को राजनीति का अड्डा नहीं बनने देने की बात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर स्वयं जमकर वक्फ बोर्ड की कुर्सी में बैठकर राजनीति कर रहे हैं l जिस पर उनका वह बयान मुंहर लगाता है जिसमें उन्होंने पूछे गये सवाल में साफ कह दिया कि वो हर हाल में पार्टी विशेष के साथ खड़े रहेंगे। जो यह दर्शाता है कि समाज यदि पार्टी विशेष के किसी निर्णय के खिलाफ हो जाए, तो भी वह किसी हाल में समाज के साथ नहीं खड़े होंगे वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए भी।
डाॅ सलीम राज एक जिम्मेदार पद पर बैठकर बार-बार कह रहे हैं कि मुस्लिम जमात के निर्वाचित मुतवल्ली मस्जिदों में राजनीति करते हैं, किसे वोट देना है, कौन राजनीतिक पार्टी मुस्लिम विरोधी है यह मुतवल्ली बताते हैं, मस्जिदों से दंगे भड़काए जाते हैं, जुम्मे की नमाज़ के बाद दंगे भड़कते है जो बड़े गंभीर आरोप हैं और जो देशभर में मुस्लिम समाज की छवि को, मुतवल्लियों की कार्यशैली को और ईमामों के किरदारों को कठघरे में खड़ा करने वाली है। डॉ सलीम राज को इस तरह की बयानबाजी करने की बजाय ऐसे मुतवल्लियों के खिलाफ पुख्ता सबूत के साथ कार्यवाही हेतु राज्य सरकार को पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई हेतु अनुशंसा करनी चाहिए। ऐसा ना कर डाॅ सलीम राज केवल मीडिया की सुर्खियां बटोरने संपूर्ण मुस्लिम समाज को बदनाम कर बयानबाजी में लगे हुए हैं, जो सीधे सीधे दर्शाता है वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अपने आकाओं की नज़रों में चढ़ने और देश में मुस्लिम समाज की छवि खराब करने ऐसे बयान दे रहे हैं।
जावेद खान ने कहा कि डाॅ सलीम राज एक संवैधानिक पद पर राज्य सरकार के रहमो-करम पर मनोनीत हुए हैं, वे यह बात ना भूलें वो जिनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। वो हजारों लाखों लोगों के मतदान द्वारा चुने हुए निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं। इसलिए लगातार उनकी बदजुबानी कर रहे हैं जबकि अनके लीगल राइट्स में केवल वक्फ की संपत्ति की निगरानी करना है। और इस निगरानी की ऐवज में मुतवल्लियों से निगरानी फीस वसूलना।
छत्तीसगढ़ में भाजपा को सभी वर्गों ने वोट देकर सरकार में बैठाया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए ऐसे विवादित बोल बोलने वाले और संवैधानिक पद का दुरुपयोग करने वाले डॉ सलीम राज को तत्काल प्रभाव से पद से हटाना चाहिए। क्योंकि उनके इस कृत्य से छत्तीसगढ़ सरकार की भी छवि धूमिल हो रही है और मुस्लिम समाज में साय सरकार के खिलाफ रोष उत्पन्न हो रहा है।