जगदलपुर। खरीफ फसल सीजन के प्रारंभ होने के पूर्व ही जिले में अवैध उर्वरक का परिवहन शुरू हो गया है। इस पर नियंत्रण करने एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देश के परिपालन में कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों द्वारा बीज-उर्वरक एवं कीटनाशक के भण्डारण और वितरण एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु निरंतर सक्रियता बरती जा रही है। बीते 21 मई को विकासखण्ड दरभा के ग्राम केशापुर में ट्रक कंमाक यू.पी. 91 टी 6465 में मुजफ्फर नगर उत्तरप्रदेश से लगभग 600 बोरी डीएपी लेकर किसानों को विक्रय करने के लिए पहुंचा था। जिस पर कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों के द्वारा तत्परता से इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई और अनुविभागीय कृषि अधिकारी तोकापाल सह उर्वरक निरीक्षक योगेश कुमार नाग, सहायक संचालक कृषि लखनघर दीवान एवं अनुविभागीय कृषि अधिकारी जगदलपुर तरुण प्रधान द्वारा मौके पर पहुंच कर संबंधित ट्रक चालक से 600 बोरी डीएपी के वैध दस्तावेज मांगे जाने पर ट्रक चालक के द्वारा दस्तावेज नहीं होना बताया गया। जिससे संदेह होने पर ट्रक कंमाक यूपी 91 टी 6465 सहित 600 बोरी डीएपी को जब्त कर पुलिस चौकी कामानार के अभिरक्षा में रखकर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है। साथ ही उक्त जब्त उर्वरक डीएपी का सैम्पल गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रयोगशाला को प्रेषित किया गया है।
उपसंचालक कृषि राजीव श्रीवास्तव ने इस बारे में बताया कि जिले में बीज-उर्वरक एवं कीटनाशक के अवैध भण्डारण एवं परिवहन सहित शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर पर उर्वरक विक्रय के प्रकरण पर विभाग द्वारा कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने किसानों से अपील है कि बीज-उर्वरक एवं कीटनाशक से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत के संबंध में अपने क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, विकासखण्ड के कृषि कार्यालय, उपसंचालक कृषि कार्यालय अथवा जिले के बीज-उर्वरक गुण नियंत्रण कक्ष को सूचना देवें ताकि विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा सके।