जगदलपुर । वन एवं जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर में प्राकृतिक सौंदर्य, वन उत्पाद, वन संसाधन की उपलब्धता बहुत है, सरकार द्वारा बस्तर में पर्यटन के लिए होम स्टे, कैंपिंग और ईको पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। बस्तर जिले में कोसारटेडा जलाशय से सिंचाई सुविधा के साथ-साथ अब ईको-टूरिज्म हब के निर्माण से यहाँ के महिला स्व सहायता समूह और ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेगा। बस्तर अपनी अप्रतिम सौंदर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध रहा है। संभाग में कई जलप्रपात है, जिनको पर्यटन नक्शे में जोड़ने की पहल की जा रही है। मंत्री ने आज कोसारटेडा सिंचाई जलाशय में 03 करोड़ 51 लाख रुपए की लागत से विकसित की जा रही ईको-टूरिज्म रिसोर्ट का भूमिपूजन किया।
बस्तर सांसद महेश कश्यप ने भी कहा कि कोसारटेडा जलाशय बनवाने के लिए स्वर्गीय बलीराम कश्यप ने अथक प्रयास किया, जलाशय से क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा बढ़ी, अब यहाँ पर्यटन के केंद्र के रूप में विकास किया जाएगा। सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभ जनता को हो रहा है। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने भी संबोधित किया।
कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोसारटेडा जलाशय बस्तर, नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई सुविधा के लिए जाना जाता था। अब ईको-टूरिज्म पर्यटन के रूप में भी इसे नई पहचान मिलेगी। बस्तर जिला में पहले पर्यटन के रूप में चित्रकोट, तीरथगढ़, कुटुमसर गुफा की ख्याति थी, इसमें अब कोसारटेडा ईको-टूरिज्म भी अलग पहचान दिलाएगी।
कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, जनपद अध्यक्ष श्रीमती टिकेशवरी मंडावी, सरपंच सालेमेटा फरसू बघेल अन्य जनप्रतिनिधि सहित सीसीएफ आरसी दुग्गा, वन मण्डलाधिकारी उत्तम गुप्ता, जल संसाधन विभाग के भंडारी, वेद पांडेय सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
सुविधाओं का होगा विस्तार
कोसारटेडा ईको टूरिस्ट रिसोर्ट में 6 नेचुरल बम्बू कॉटेज, 4 लक्जरी विला टेंट, एक बम्बू से निर्मित रेस्टोरेंट, बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क, एडवेंचर रोप कोर्स, वॉटर स्पोर्ट्स सुविधाएं सहित पूरे ईको-टूरिज्म हब ईलाके को आकर्षक बनाने के लिए गार्डन डेवलपमेंट, बम्बू गजेबो, लैंड स्केपिंग, लॉन ग्रास वर्क, सीमेंट आर्ट वर्क, स्टेच्यू इत्यादि कार्यों के साथ ही एप्रोच रोड एवं पार्किंग स्थल भी निर्मित किया जा रहा है।