जगदलपुर । कलेक्टर विजय दयाराम के. ने जुलाई माह में सेवानिवृत हुई श्रीमती देवली ठाकुर के घर पहुंच कर उनको साल श्रीफल देकर सम्मानित करते हुए उनका पीपीओ प्रदान किया। सेवानिवृत श्रीमती ठाकुर कमला नेहरू अनुसूचित जनजाति छात्रावास में भृत्य पद पर थी। जिनका 5 माह पूर्व हुए एक्सीडेंट में कमर और जांघ में रॉड लगने की वजह चलने में असमर्थ होने की स्थिति में पेंशन प्राधिकार पत्र लेने जिला कार्यालय नहीं पहुंची थी। कलेक्टर को इसकी जानकारी मिलने पर स्वयं उनके घर पहुंचकर पीपीओ प्रदाय करने की बात कही और सदर वार्ड स्थित श्रीमती देवली ठाकुर के घर पहुंचकर पीपीओ प्रदाय किया।
सेवानिवृत्ति के साथ ही शासकीय सेवकों को पीपीओ जारी करने हो रहा सार्थक प्रयास : कलेक्टर विजय दयाराम के.
इससे पूर्व कलेक्टर ने जिला कार्यालय के आस्था कक्ष में आयोजित समारोह में कहा कि शासन की पहल से प्रत्येक माह सेवानिवृत्त हो रहे जिले के शासकीय सेवकों को उनकी शासकीय सेवा काल के समाप्ति के समय पर ही पीपीओ जारी करने का सार्थक प्रयास विगत 13 महीने से किया जा रहा है। सेवानिवृत कर्मचारियों का पीपीओ जारी करने की दिशा में उत्साह और सक्षमता के साथ पहल किया जा रहा है। प्रशासन की कोशिश है कि सेवानिवृत्ति के साथ ही सम्बंधित शासकीय सेवकों को लंबे समय तक शासकीय सेवा के परिश्रम का सभी स्वत्वों का समय पर भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि लम्बी अवधि तक शासकीय सेवा देने के उपरांत सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी-कर्मचारी अपने शासकीय सेवा के अनुभव और सीख का सदुपयोग समाज के लिए करें। सभी शासकीय सेवक नौकरी के दौरान स्वयं के लिए, परिवार और समाज के लिए समय नहीं निकाल पाए होंगे, वे सेवानिवृत्त होने के पश्चात भी सक्रिय रहकर स्वयं एवं परिवार और समाज को समय देवें। अपने दीर्घानुभव का लाभ विशेषकर युवाओं को सीख के रूप में देवें। सेवानिवृत्त हो रहे शासकीय सेवकों को सम्मान देने का यह अवसर गौरवान्वित होने का पल है, बुजुर्ग साथी हमें आशीर्वाद दें। शासन प्रशासन ने जिले के सभी विभागों से सेवानिवृत्त होने वाले सेवकों का ज्यादा से ज्यादा पेंशन से संबंधित प्रकरणों का समय पर निराकरण का प्रयास कोषालय और कोष, लेखा पेंशन कार्यालय के द्वारा किया जा रहा है और लगातार अधिक से अधिक पेंशन प्रकरणों में सेवानिवृत्ति के दिन ही पीपीओ जारी करने का कार्य किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने सेवानिवृत्त हो रहे शासकीय सेवकों की स्वस्थ और सुखमय एवं मंगलमय जीवन की कामना की।
इस दौरान सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक लखेश्वर कुदराम ने बस्तर की कला-संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु बादल एकेडमी आसना को स्वयंसेवी कलाकार के रूप में निरंतर सेवा देने की मंशा व्यक्त की।