जगदलपुर। पशुपालन विभाग द्वारा मल्टीपरपज एआई तक्नीशियन रूरल इंडिया छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थानीय वेटनरी पॉलीटेक्निक में शुरू किया गया।
इस मौके पर महापौर ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैत्री कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों और पशुधन विभाग के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में सेवाएं देंगे। जो इस प्रशिक्षण के बाद अपने-अपने क्षेत्रों में कृत्रिम गर्भाधान सेवाओं तथा पालतू पशुओं की देखभाल एवं उपचार को और अधिक सुलभ और कुशल बनाने में सक्षम होंगे।
इस बारे में सयुंक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. देवेन्द्र नेताम ने बताया कि यह प्रशिक्षण 30 दिनों का आवासीय सैद्धांतिक प्रशिक्षण स्थानीय वेटनरी पॉलीटेक्निक जगदलपुर कॉलेज एवं 60 दिवसीय प्रायोगिक प्रशिक्षण संबंधित विकासखण्ड के पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सकों के द्वारा प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण करने उपरान्त परीक्षा ली जाएगी, उत्तीर्ण होने उपरान्त प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं आवश्यक किट का वितरण निशुल्क किया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण हेतु वित्तीय सहायता डीएमएफटी जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई है। इस प्रशिक्षण में बस्तर जिले के 7 विकासखण्ड के 30 प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया गया है। प्रशिक्षण उपरान्त इन्हें विभागीय योजनाओं एवं विभिन्न गतिविधियों जैसे प्राथमिक पशु उपचार टीकाकरण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान इत्यादि कार्य करने पर कार्य आधारित मानदेय विभाग के द्वारा दिया जाएगा। जिससे ग्रामीण शिक्षित बेरोजगारों को स्थानीय स्तर पर ही स्वरोजगार उपलब्ध होगा।
उक्त प्रशिक्षण शुभारंभ कार्यक्रम में वेटनरी पॉलीटेक्निक प्राचार्य डॉ. नितेश कुमार कुम्भकार, सहायक प्राध्यापक डॉ. राजेश सुधाकर वाकचौरे, टीचिंग असिसटेंट डॉ. प्रतिभा ताटी एवं डॉ. नवीन साहू सहित वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.आलोक भार्गव और पशुपालन विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।