जगदलपुर। बस्तर अंचल के सबसे पुराने महारानी अस्पताल में आज बीसीएलएस और एसीएलएस जीवनरक्षक प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य विभाग और यशोदा हॉस्पिटल हैदराबाद के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. कलाधर एस और उनके सहयोगी मैनेजर रवि यादव के द्वारा गंभीर दुर्घटनाओं जैसे रोड एक्सीडेंट, करंट लगने, पानी में डूबने जैसी स्थिति में होने वाली अकाल मौत को रोकने के लिए तात्कालिक तौर पर किए जाने वाले प्रक्रिया को बेहद सरल और प्रभावशील तरीके से साझा किया गया। इस दौरान बस्तर जिले के जिला अस्पताल (महारानी अस्पताल) समेत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवारत चिकित्सक, ग्रामीण चिकित्सा सहायक और स्टाफ नर्सों को उक्त सम्बन्ध में विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया, ताकि दुर्घटनाओं में होने वाली अकाल मौत पर अंकुश लगाया जा सके। इस अवसर पर बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में भी उपस्थित सभी प्रतिभागियों को समझाया गया। मानसून काल होने की वजह से बस्तर जैसे वनाच्छादित क्षेत्र में सर्पदंश से होने वाली अकाल मौतों पर भी लगाम लगाए जाने के उद्देश्य से उन्हें प्राथमिक तौर पर दिए जाने वाले उपचार के बारे में भी उपस्थित सभी प्रतिभागियों को जानकारी दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक एवं अधीक्षक सह सिविल सर्जन डॉ. संजय प्रसाद के साथ महारानी अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख डॉ.वीके ध्रुव, डॉक्टर तृषा, शल्य क्रिया विशेषज्ञ डॉ. एसएन अग्रवाल, डॉ. गुप्ता, डॉ. ए राजा, डॉ.राज, डॉ.भंवर शर्मा, डॉ.श्रेयांश वर्धन जैन, अस्पताल सलाहकार डॉ. नीरज ओझा के साथ ही सभी सीएचसी, पीएचसी से आए चिकित्सकगण और ग्रामीण चिकित्सा सहायक तथा बड़ी संख्या में क्रिटीकल केयर से जुड़े स्टाफ नर्स एवं पैरामेडिकल स्टॉफ मौजूद रहे।