सुकमा। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर जिले के विकास कार्यों, कानून व्यवस्था, सड़क सुरक्षा और जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में पुलिस अधीक्षक किरण गंगाराम चव्हाण सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन राशि के लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुनर्वास नीति के तहत शासकीय नौकरी के लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से हल किया जाए। साथ ही आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण जैसे सोलर, प्लंबर आदि का प्रबंध कर, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। कलेक्टर ने सभी विभाग को आपसी समन्वय और सक्रियता से कार्य करें, ताकि जिले के नागरिकों को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके और विकास कार्यों में गति लाई जा सके।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था हमारी पहली प्राथमिकता
पुलिस अधीक्षक किरण गंगाराम चव्हाण ने बताया कि आत्मसमर्पित माओवाद प्रभावित युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराना है। जिले में चिन्हांकित जगहों पर नवीन आपराधिक कानून के क्रियान्वयन के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेटअप की स्थापना की जाए। एनक्वर्ड और कोटपा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।