जगदलपुर/बस्तर न्यूज
केवल मिट्टी की गंध लिए, हरे पेड़ों की खुशबू लिए जंगलों, संस्कृति जैसी सहज शक्तियों के लिए देश दुनियां में बस्तर की पहचान नहीं है । बल्कि सहज बस्तर असहज युवा प्रतिभाओं धमक के लिए भी जाना जाता है। चाहे सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल करना हो, या शिक्षा, संस्कृति के क्षेत्र में बस्तर के युवा प्रतिभागियों ने हर जगह जो झंडे गाड़े है वह अभी तक हवाओं के लिए फहरा रहा है । ऐसे में भला खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा सिद्ध करने में बस्तर कैसे पीछे रह सकता । एशियन मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में खिलाड़ियों के हुनर से जो 3 सिल्वर मेडल 6 ब्रांस मेडल बस्तर के सीने पर जो चमक रहा यह ऐसे ही प्रतिभाओं के अथक परिश्रम का फल है।
दर्शक दम साधे देखते रहे और बस्तर के युवा खिलाडी उपलब्धि गढ़ते रहे
हम बात कर रहे है राष्ट्रीय म्यूथाई प्रतियोगिता की, जिसमें बस्तर के 11 खिलाड़ी कोच अब्दुल मोईम के साथ रवाना हुए थे । तब विश्वास तो था कि प्रतिभाओं को मैदान में अपनी प्रतिभा सिद्ध करना था।
विदित हो कि उक्त प्रतियोगिता में भारत के 850 खिलाड़ी ने भाग लिया था। जब खेल शुरू हुआ, तो सब दम साधे देखते रहे और बस्तर के खिलाड़ियों ने जौहर दिखाना शुरु किया फिर उपलब्धियों की सीढ़ियां वे चढ़ते चले गए ।बस्तर के खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के तरफ से खेलते हुए एलेक्स कुमार, युवराज सिंह, कु, सुरभि यादव ने सिल्वर पदक व कु, शानिका मिश्रा, कु, सोनाली कुशवाहा, कु, अनवी जैन, शोर्यवर्धन जैन, पुष्कल जैन, विवान बाजपेई ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया ।
खिलाड़ियों ने अपनी उपलब्धि कोच के नाम किया
उपलब्धियां बटोरने वाले सभी खिलाडियों ने अपने हुनर के लिए वाले कोच अब्दुल मोईम के नाम किया । कोच अब्दुल मोईम के कुशल नेतृत्व में युवा प्रतिभाओं ने बस्तर का लोहा पूरे देश मे मनवाया और बस्तर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया।
उनके इस उपलब्धि पर जिला जुडो संघ के अध्यक्ष किरण देव (विधायक जगदलपुर), पार्षद राजपाल कसेर, सरजीत सिंह बख्शी (प्रदेश अध्यक्ष व मुख्य प्रशिक्षक छत्तीसगढ़ शोतोकान कराटे डू एसोसिएशन), शंकर श्रीवास सहित बस्तर के तमाम शीर्ष व्यक्तियों के साथ बच्चो के माता पिता ने अपनी शुभकामनाएं दी ।