जगदलपुर/बस्तर
शहर के अब्दुल कलाम वार्ड में दो बेजुबान जानवरों के साथ 9 जुलाई को किए गए अमानवीय क्रूरता एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ की गई अभद्रता के विरोध में स्ट्रे सेफ फाउंडेशन की ओर से आज कोतवाली थाना प्रभारी को एक लिखित आवेदन सौंपा गया।
स्ट्रे सेफ फाउंडेशन ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोगों ने दो मासूम कुत्तों को डंडों से बेरहमी से पीटा, घसीटा और गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह पूरी घटना स्थानीय लोगों द्वारा मोबाइल में रिकॉर्ड की गई है। और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसने जनमानस को झकझोर कर रख दिया है।
संस्था द्वारा सौंपे गए आवेदन में संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325, 296, 351(2) के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है। टीम ने बताया कि उन्होंने समय रहते पीड़ित जानवरों को रेस्क्यू कर प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। किंतु दुर्भाग्यपूर्ण रूप से घटना के बाद मोहल्ले के कुछ लोगों द्वारा स्ट्रे सेफ फाउंडेशन के सदस्यों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं कि वे मोहल्लेवासियों को डराने धमकाने गए थे।
इन भ्रामक और अपमानजनक आरोपों का खंडन करते हुए, संस्था ने एक दूसरा आवेदन भी थाना में प्रस्तुत किया है।जिसमें स्पष्ट किया गया है कि संस्था ने सिर्फ कानून के दायरे में रहकर बिना किसी निजी द्वेष के पीड़ित जानवरों के लिए इंसाफ की मांग की है। टीम के एक सदस्य ने कहा कि हमने किसी को न धमकाया है, न ही किसी को दोषी ठहराया। हमने तो केवल इंसानियत की आवाज़ उठाई है। ताकि कोई और बेजुबान ऐसा अत्याचार न सहे। इस घटना ने समाज के सामने एक बार फिर यह गंभीर प्रश्न खड़ा कर दिया है। क्या जानवरों के जीवन की कोई कीमत नहीं? क्या उन्हें इस धरती पर स्वाभाविक रूप से जीने का अधिकार नहीं है?