जगदलपुर/बस्तर न्यूज
एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट के मीडिया प्रभारी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कल प्लांट में हुए घटना की संबंध में कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि नगरनार स्टील प्लांट में कोई विस्फोट नहीं हुआ है। प्रसारित होने वाला ऐसा कोई भी बयान पूरी तरह से गलत और निराधार है। संबंधित घटना एक तकनीकी घटना थी, जिसे शीघ्र ही नियंत्रण में कर लिया गया।
घटना का वास्तविक विवरण इस प्रकार है
कल सुबह लगभग 11:30 बजे नगरनार स्टील संयंत्र के ईसीआर बिल्डिंग में टनल फर्नेस के बस बार कपलर का नियमित निवारक रखरखाव का कार्य मेकॉन के निगरानी में प्रगति पर था। इस समय अचानक बिजली की एक क्षणिक चमक (फ़्लैश) हुई । जिस से वहां कार्यरत 4 कर्मचारी झुलसे, सूचना मिलते ही चारो को त्वरित प्लांट के भीतर स्थित एनएसएल व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र में फर्स्ट ऐड उपचार कराया गया और तत्पश्चात आगे के उपचार के लिए महारानी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। चूँकि यह आग या विस्फोट की घटना न हो कर केवल क्षणिक इलेक्ट्रिकल फ़्लैश था । इसलिए इससे झुलसे पीड़ित स्थिर और होश में थे। हालांकि, स्थिति की समीक्षा करते हुए और इस तथ्य के बावजूद कि चारों पीड़ितों की हालत स्थिर थी, यह निर्णय लिया गया कि दो पीड़ित जो तुलनात्मक रूप से अधिक प्रभावित थे, उन्हें विशेष उपचार के लिए रायपुर या विशाखापट्नम स्थानांतरित किया जाना चाहिए। इसलिए तपस कुमार नायक को सेवन हिल्स अस्पताल, विशाखापट्नम और महेंद्र कुमार लहरे को कडला बर्न्स सेंटर, रायपुर एनएमडीसी अफसरो के निगरानी में भर्ती करवाया गया। अमरेन्द्र कुमार चौधरी तथा देवेन्द्र कुमार का महारानी अस्पताल में उपचार जारी है।
हमारे कार्य का मूल मंत्र सुरक्षा प्रथम
घटना का जायजा लेने के लिए देर रात तक स्टील प्लांट के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसमें कार्यकारी निदेशक और नगरनार स्टील प्लांट के प्रमुख के. प्रवीण कुमार ने प्रभावित कर्मियों के लिए अपनी चिंता व्यक्त की और अधिकारियों से कहा कि आज हम उत्पादन बढ़ाने और स्टील प्लांट को स्वावलम्बित बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करने में जुटे हुए हैं। कई टेक्निकल और अन्य दुश्वारियों के बावजूद हम हिम्मत से आगे बढ़ रहे हैं। खास कर ऐसे नाजुक मोड़ पर हमें अपने मूल मंत्र सुरक्षा प्रथम को हमेशा नज़रों के सामने रखना होगा। उन्होंने अपनी टीम को घटना का बारीकी से विश्लेषण करने तथा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।