जगदलपुर/बस्तर न्यूज
मां दंतेश्वरी मंदिर में जारी श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के आठवें दिन मां महागौरी की अष्टम पालकी निकल गई। पंजाबी सनातन सभा के भक्तों ने मां का जयकारा लगाते हुए देवी को नगर भ्रमण कराया।
इस मौके पर अनुष्ठान स्थल पहुंचे प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष व स्थानीय विधायक किरण देव ने कहा कि मां दंतेश्वरी के दरबार में देवी भागवत का अनुष्ठान और उसके चरण में बैठकर कथा का श्रवण करना सौभाग्य की बात है। जगदलपुर शहर इस मामले में सौभाग्यशाली है कि यहां के नर नारियों ने मां के दरबार में आयोजित इस महत्वपूर्ण महापुराण का श्रवण किया। मांईजी चाहेंगी तो आने वाले वर्षों में भी यह अनुष्ठान निरंतर जारी रहेगा।
बस्तर जिला पत्रकार संघ द्वारा आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के आठवें दिन मां मनसा देवी, गायत्री माता तथा रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा सुनाई गई। कथा वाचन करते हुए महामाया धाम पाटन से पहुंचे आचार्य कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि कश्यप ऋषि की मंशा के अनुरूप देवी प्रकट हुई । इसलिए उनका नाम मनसा देवी रखा गया, जो वैष्णवी और नागेश्वरी के नाम से भी विख्यात हैं। मनसा देवी से प्रकट हुई मंगला माता। जो व्यक्ति मांगलिक है उसे मंगला देवी की पूजा उपासना करनी चाहिए। सावन माह में मंगलवार को मां की आराधना कर इस दोष दूर किया जा सकता है। देवी कथा के दौरान वेदमाता गायत्री की महिमा का बखान करते हुए आचार्य ने यह कहा कि कोई किसी के दुख – सुख का कारण नहीं होता। यह हमारे कर्मों का परिणाम है।
कार्यक्रम में विधायक ने श्रीमद् देवी भागवत महापुराण आचार्य, परायण कर्ता तथा संगीत पक्ष के कलाकारों को बस्तर का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या माताएं उपस्थित रही। लगभग 6:45 बजे मां महागौरी की अष्टम पालकी निकली गई। अष्टम पालकी निकालने का सौभाग्य पंजाबी सनातन सभा के सदस्यों को मिला।
23 मार्च के अनुष्ठान
शनिवार 23 मार्च को श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा सुबह 8 बजे प्रारंभ होगी। कथा समाप्ति पश्चात हवन यज्ञ, मां सिद्धिदात्री की नवम पालकी निकली जाएगी। पालकी के मंदिर लौटते ही महाआरती की जायेगी।पश्चात प्रसाद वितरित किया जाएगा।