जगदलपुर/बस्तर न्यूज
शहर के श्री बालाजी मंदिर के 23वें वार्षिक महोत्सव के पहले दिन आज शहर में भगवान बालाजी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में कलशधारी मातृशक्ति के साथ-साथ हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं शामिल रहे। शोभायात्रा में शामिल वादक एवं नर्तक दल लोगों के आकर्षण का केंद्र बने। मंदिर से होकर शहर के मुख्य मार्गों से निकली शोभायात्रा का चौक- चौराहों मे विभिन्न समाजों और संघ- संघटनों ने आत्मिय स्वागत किया। शोभायात्रा बालाजी मंदिर से निकल कर अग्रसेन चौक, पैलेस रोड होते माँ दंतेश्वरी मंदिर पहुँची।
दंतेश्वरी मंदिर में आरती के पश्चात शोभायात्रा मेन रोड, स्टेट बैंक चौक, चाँदनी चौक, संजय बाज़ार होते वापस बालाजी मंदिर पहुँची। शोभायात्रा से पुर्व सुबह से ही वेद पारायण, मंगलाशासनम्, विश्वक्सेन आराधना, भगवतपुण्यावचनम्, रक्षासूत्र बंधन, रूत्विकावरण प्रधानम्, अंकुरार्पण विधान के साथ यज्ञशाला आराधना विधान संपन्न हुआ। पहले दिन मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला में वास्तुयोगेश्वर, ब्रम्ह मंडप आराधना और अग्नि प्रतिष्ठापना की गई। सोमवार को ही गरूड़ स्तंभ में पताक प्रतिष्ठ, ध्वजारोहण, गज्जलु विधान के बाद भगवान श्री श्री श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी के काष्ठ निर्मित परिक्रमा रथ की पूजा संपन्न हुई।
मंगलवार को होगा महा अभिषेकम् और श्रीनिवास कल्याणम् विधान
काष्ठ निर्मित रथ भीष्म एकादशी के पावन अवसर पर आज सुबह वार्षिकोत्सव के तहत प्रातःकालीन सत्र में भगवान बालाजी और माता श्रीदेवी- भूदेवी की प्रतिमाओं का 160 से अधिक रजत कलशों में भरे दिव्य द्रव्य से अभिषेक किया जायेगा। संध्या क़ालीन सत्र मे मंदिर परिसर में श्रीनिवास कल्याणम् विधान संपन्न होगा। इस विधान के तहत भगवान बालाजी के साथ श्रीदेवी- भूदेवी का विवाह संपन्न होगा। देर रात तक चलने वाले कल्याणम् में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। इसी तरह 21 फ़रवरी को सुबह श्रद्धालु मंदिर में भगवान सत्यनारायण की कथा सुनेंगे।