जगदलपुर

अमेरिका, सऊदी अरब, और अन्य मित्र देशों के  अध्ययन अधिकारी को खूब भाया बस्तर

जगदलपुरछत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के अध्ययन दल के अधिकारी बस्तर क्षेत्र के भ्रमण में पहुंचे हैं। अध्ययन दल ने बस्तर की सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता की सराहना की। इस दौरान अध्ययन दल ने दंतेवाड़ा के पर्यटन स्थल, बस्तर जिले के चित्रकोट, कुटुमसर का भ्रमण किया। आसना स्थित बादल अकादमी में बस्तर की प्रमुख पारंपरिक लोक नृत्य और लोक गीत की प्रस्तुति देखकर लोक कलाकारों का हौसला-अफजाई की।

ज्ञात हो की राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय का अध्ययन दल एक वर्षीय पाठ्यक्रम में शामिल 6 सप्ताह के अंडर स्टैंडिंग इंडिया मॉड्यूल के तहत 120 अधिकारियों का दल 8-8 अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहा है। इसी क्रम में 16 अधिकारियों का दल छत्तीसगढ़ पहुंचा है, जो प्रदेश में आंतरिक सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं सहित राज्य में हो रहे विकास कार्यों और गतिविधियों का अध्ययन कर रहे हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति, सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताओं सहित जनजातीय बाहुल्य इलाकों के विशेष संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारियो के साथ राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, उद्योग, महिला सशक्तिकरण के साथ ही विकास से जुड़े विषयों पर अध्ययन दल द्वारा अवलोकन किया जा रहा है।

अंडर स्टैंडिंग इंडिया मॉड्यूल के तहत छत्तीसगढ़ पहुंचा है 16 अधिकारियों का दल

अध्ययन दल में शामिल पांच मित्र देशों अमेरिका, कजाकिस्तान, सऊदी अरब, बांग्लादेश और नेपाल के अधिकारियों को छत्तीसगढ़ और बस्तर की सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य खूब भाया है। उन्होंने बताया कि साथी अधिकारी छत्तीसगढ़ की इस सुन्दर यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक और खुश हैं। अध्ययन दल में दल प्रभारी मेजर जनरल सामर्थ्य नागर के नेतृत्व में आईपीएस मानविन्दर सिंह भाटिया, एयर कमोडोर भुवन माथुर, ब्रिगेडियर वैभव मिश्रा, वैभव अग्रवाल, एस. सेन, विक्रांत पाटिल, टी. के. मिश्रा, व्ही. गणपति, बांग्लादेश से आए कमोडोर मोहम्मद फैजल हक, सऊदी अरब से कर्नल युसुफ बिन गाजी अल ओतैबी, नेपाल से कर्नल बिमल कुमार बासनेत, कजाकिस्तान से कर्नल जोल्डस नेसिपबायेव, अमेरिका से कर्नल डाना डेमर, डीआरडीओ से डॉ. कमल किशोर पंत, आईएनएएस से कंवल सिंह शामिल है।

बस्तर में कमिश्नर श्याम धावड़े, आईजी सुंदरराज पी. कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे सहित अन्य अधिकारियों ने बस्तर की सामाजिक-सांस्कृतिक विशिष्टताओं सहित विभिन्न विकास गतिविधियों से अध्ययन दल को अवगत कराया। अध्ययन दल ने बुरूंदवाडा सेमरा स्थित एमआरएफ (समृद्धि) का भी अवलोकन किया। उन्होंने एमआरएफ सेंटर की गतिविधियों का जायजा लेकर कचरा और वेस्ट मेटेरियल के प्रबंधन के लिए प्रशासन द्वारा किए नवाचार की सराहना किए। सेंटर में वेस्ट मेटेरियल से निर्मित जैकेट के संबंध में अतिथियों को अवगत करवाया गया।

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