दंतेवाड़ा। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुसार राज्य शासन द्वारा सुशासन तिहार का आयोजन 8 अप्रैल से प्रारंभ किया गया है। जन हितकारी योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करना और समयबद्ध समस्या निराकरण इसका मुख्य उद्देश्य है।
तीन चरणों में होगा कार्यक्रम का संचालन
पहला चरण (8 से 11 अप्रैल)
जिले के पंचायत, ब्लॉक एवं नगरीय निकाय कार्यालयों में समाधान पेटियों और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कुल लगभग 38,116 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएम आवास), बोर खनन, तार फेंसिंग योजना, मुर्गी पालन यूनिट (मुर्गी सेड), सीसी सड़क निर्माण, स्कूल की मरम्मत, वृद्धावस्था पेंशन योजना जैसे बुनियाद सुविधा तथा अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी समस्याओं के आवेदन प्रमुख रहे।
दूसरा चरण (12 अप्रैल 4 मई)
संबंधित विभागों के अधिकारी स्वयं आवेदनकर्ताओं से मिलकर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे। अधिकारी एक माह के भीतर सभी शिकायतों का निराकरण करेंगे, जबकि बजट-संलग्न मांगों पर निर्णय उपलब्धता के अनुसार होगा।
तीसरा चरण (5 – 31 मई)
जिले में समाधान शिविर लगाए जाएंगे, जिनमें आवेदकों को उनके आवेदन की स्थिति की जानकारी दी जाएगी एवं त्वरित निराकरण का प्रयास किया जाएगा। साथ ही जनहितकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। जिले में सुशासन तिहार के सुचारू संचालन हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है, जो सभी पंचायतों व नगरीय निकायों में शिविरों का समन्वय करेंगे।