दंतेवाड़ा। डॉ साक्षी ने साल 2023 में हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बनारस से मेडिकल की पढ़ाई पूरी की और चिकित्सा अधिकारी के तौर पर दंतेवाड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बारसूर के आमजन को सेवा देने के लिए चुना है। हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नेशनल मेडिकल कमीशन और भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। साथ ही उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज और अस्पताल है। यह संस्थान चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्रदान करता है। वो कहती है कि दंतेवाड़ा के सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा देना उनकी प्राथमिकता इसलिए रही क्योंकि पढ़ाई के दौरान जब फोन पर अपने माता पिता से बात करती थी तो कई परेशानियाँ उनको रहती थी उस वक्त साक्षी ने निर्णय लिया की वो एमबीबीएस पास करेगी और डॉ बनकर इसी क्षेत्र में सेवा देंगी। साल 2024 में अब सुनहरा वक्त आ गया जब साक्षी ने इस अस्पताल को चुनकर सेवा देना शुरू कर दिया है। अपने करियर के दौरान इंटर्नशिप में बेस्ट मेडिकल इनटन राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित की गई।
साक्षी अपने साक्षात्कार में स्पोर्ट सिस्टम का जिक्र करते कहती है कि सरकार और सरकारी कर्मचारी के बीच अच्छा समन्वय हो, तो जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना कम करना पड़ सकता है। हाल ही में जिस तरीके से विष्णु सरकार नक्सलवाद, रोड कनेक्टिविटी, बेहतर शिक्षा पर सरकार खास तौर पर आदिवासी बेल्ट पर ध्यान दे रही है ऐसे में हम जैसे स्वास्थ्य अधिकारी, कर्मचारी के लिए काम करना आसान हो जाता है और हम सीधे जमीनी स्तर पर काम करने लिए तैयार रहते है। साक्षी अपने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती है। वो कहती है कि अपने क्षेत्र और बारसूर को सेवा देने के लिए चुनने के पीछे खास वजह ये भी है कि मेरे पिता ने भी अपने करियर की शुरुआत बतौर शिक्षक बारसूर के जवाहर नवोदय विद्यालय बारसूर से की थी। इसलिए मैं भी यहाँ से अपने करियर को एक नई शुरुआत देना चाहती थी ।