दंतेवाड़ा। नक्सलगढ़ के नाम से जाने जाना वाला दंतेवाड़ा जिला अब जिला प्रशासन के प्रयास से शिक्षा, स्वरोजगार, कौशल विकास, खेल, प्रतिभा के पथ पर अग्रसर है। जिले की छवि को विकास का नया आयाम देने में प्रशासन का अहम भूमिका निभा रहा है।
इसी कड़ी में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, सीईओ जिला पंचायत कुमार विश्वरंजन, एसडीएम दंतेवाड़ा व सह नोडल अधिकारी सक्षम जयंत नाहटा के मार्गदर्शन में अटल बिहारी वाजपेयी एजुकेशन सिटी जावंगा में संचालित सक्षम दिव्यांग बच्चों के बाधारहित आवासीय विधालय के 30 बालक एवं 17 बालिका सहित कुल 47 छात्र छात्राओं द्वारा महावीर इंटरकॉन्टिनेंटल सर्विस ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित राजस्थान के बीकानेर में 23वां स्किल डेवलपमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया जायेगा। इन बच्चों के साथ 12 शिक्षक शिक्षिका ट्रेनर भी सम्मिलित होंगे। इस अवसर पर चयनित छात्र छात्राओं को कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा शुभकामनाएं देते हुए इनके वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इसके अलावा सक्षम संस्था के ही 7 छात्र आगामी 05 व 06 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में सेना कार्यक्रम में घुड़सवारी खेल का प्रदर्शन करेंगे। इस संस्था की अन्य उपलब्धि के तहत जम्मू कश्मीर राज्य में आयोजित दिव्यांग बच्चों के लिए राष्ट्रीय टैलेंट शो ’’हम भी किसी से कम नहीं’’ में भी सक्षम के दृष्टिबाधित छात्र मास्टर अंजन का गायन में व सीमा, सिमरन, महिमा एवं पूनम का चयन नृत्य विधा के अन्तर्गत हुआ है।
इस मौके पर डीईओ एस. के अम्बस्ता, बालक छात्रावास अधीक्षक प्रमोद कर्मा एवं बालिका छात्रावास अधीक्षिका रमा कर्मा, डीईओ, डीएमसी, बीईओ, एबीइओ, संकुल समन्वयक उपस्थित थे।