दंतेवाड़ा। जिला कार्यालय के एनआईसी कक्ष में आज छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष सौरभ सिंह द्वारा जिला प्रशासन व एनएमडीसी के अधिकारियों के साथ खनन संबंधित नीतिगत एवं व्यवहारिक बिन्दुओं पर महत्वपूर्ण चर्चा किया गया।
बैठक में एजेंडा अनुसार इस्पात विनिर्माण इकाइयों को प्रतिस्पर्धी दरों पर 50 प्रतिशत लौह अयस्क उपलब्ध कराने, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में लौह-आधारित इकाइयों को लौह अयस्क की दरों पर कम से कम 30 प्रतिशत की छूट प्रदान करने, जगदलपुर से रायपुर तक स्लरी पाइप लाइन बिछाई जाने, एनएमडीसी के खरीद नियमों में स्थानीय एमएसएमई, निर्माताओं को प्राथमिकता जैसे मुद्दे शामिल थे।
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने एनएमडीसी से संबंधित आकस्मिक जन हानि से संबंधित मुआवजा प्रकरणों के त्वरित निपटान, खनन प्रभावित ग्रामों में मुलभुत अधोसंरचनाओं जैसे स्कूल, पंचायत भवन, आंगनवाड़ी भवनों के निर्माण कार्यो में एनएमडीसी के योगदान को विस्तारित करने, एनएमडीसी के रिक्त पदों में स्थानीय लोगों की भर्तियों को प्राथमिकता दिए जाने, प्रभावित ग्रामों के युवाओं के लिए कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाने के साथ-साथ क्षेत्रीय सांस्कृतिक एवं परंपरा को विशेष पहचान देने वाले गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के आयोजन में एनएमडीसी को प्रभावी भूमिका निभाने पर विशेष जोर दिया।
विधायक चैतराम अटामी द्वारा भी क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर करने के सुझाव के तहत अतिरिक्त एंबुलेंस सुविधा, विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, आधुनिक चिकित्सा उपकरण संबंधी मांग से बैठक को अवगत कराया गया।
बैठक में अध्यक्ष सीएमडीसी ने कहा कि सीएसआर मद के तहत किसी भी प्रबंधन का यह परम कर्तव्य है कि वह स्थानीय समुदाय के सामाजिक आर्थिक, सांस्कृतिक उत्थान के लिए अपने दायित्वों का भली भांति निर्वहन करें और इस निर्वहन में स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय एवं सहभागिता से अपने कार्यो को अंजाम देवें। क्योंकि खनन प्रभावित ग्रामों में विकास कार्यों को जमीनी स्तर पर लागू करना, और इस कार्य में जिला प्रशासन से आवश्यक सहयोग लेने से ही क्षेत्रीय विकास को नई गति मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में शासन स्तर से संबंधित मुद्दों का शीघ्र निराकरण करना उनकी प्राथमिकता में रहेगा।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरविंद कुजांम, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे सहित एनसीएल एवं एनएमडीसी के (बचेली, किरंदुल) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।