दंतेवाड़ा/बस्तर न्यूज
स्लरी पाइपलाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए एनएमडीसी और वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिले के सात गांवों में 12,000 पौधों का वितरण किया गया। इसका उद्देश्य स्थानीय ग्रामीणों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना और हरित आवरण को बढ़ावा देना था। जिन गांवों में पौधों का वितरण हुआ, उनमें अधिकतर वे क्षेत्र शामिल थे, जो स्लरी पाइपलाइन परियोजना के आसपास स्थित हैं। ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार के फलदार, छायादार और पर्यावरण अनुकूल प्रजातियों के पौधे उपलब्ध कराए गए।
कार्यक्रम के दौरान एनएमडीसी और वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को वृक्षारोपण के महत्व, पौधों की देखभाल, और जलवायु परिवर्तन से निपटने में वृक्षों की भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने यह भी अपील की कि ग्रामीण केवल पौधे लगाएं ही नहीं, बल्कि उनकी नियमित देख रेख कर उन्हें सुरक्षित रूप से बड़ा भी करें।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं, युवाओं की सहभागिता देखने को मिली। लोगों ने पौधे पाकर खुशी जाहिर की और पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। एनएमडीसी अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे कई आयोजन किए जाएंगे। ताकि औद्योगिक विकास के साथ-साथ प्राकृतिक संतुलन भी बना रहे। यह पहल ना सिर्फ हरियाली बढ़ाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह ग्रामीणों को पर्यावरणीय जागरूकता से जोड़ने और उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में भी अहम साबित हो सकती है।