दंतेवाड़ा । दन्तेवाड़ा की प्रसिद्ध ऐतिहासिक फागुन मेला मड़ई में आज तीसरे दिन माई जी की तृतीय पालकी के साथ ‘‘खोर खुंदनी‘‘ की रस्म में कलश स्थापना स्थल में तेलगा, कुम्हार व सेठिया जाति के लोगों द्वारा ‘‘बाजा मोहरी‘‘ की गूंज पर आस्था पूर्वक परंपरागत नृत्य गान किया गया। ज्ञात हो कि ‘‘खोर खुंदनी‘‘ रस्म फागुन मेला मड़ई का तीसरा महत्वपूर्ण रस्म है। इसके पश्चात् माई जी की डोली वापस मंदिर चली जाती है। कल मंगलवार को चतुर्थ पालकी के साथ ‘‘नाच मांडनी‘‘ की रस्म अदायगी की जाएगी।
