दंतेवाड़ा । कलेक्टर विनीत नंदनवार के निर्देशानुसार पशुधन विकास विभाग द्वारा पशु चिकित्सा एवं पशुधन की वृद्धि, देख रेख के सम्बन्ध में निरंतर कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में आज जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा द्वारा माँ दन्तेश्वरी मंदिर में विधिवत् पूजा अर्चना कर चारो विकासखण्ड हेतु चार चलित पशु चिकित्सा इकाई वाहन को गौठानों एवं ग्रामों में त्वरित पशु चिकित्सा सेवा हेतु हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर डॉ. एस जहीरूदीन उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें, डॉ. श्यामा मालवीय डॉ. सरिता सोम, डॉ. सुरेन्द्र कुमार मरकाम, डॉ. मनोज यादव, डॉ. सुधीर भगत, डॉ. मनोहर चन्द्राकर, डॉ. अभिषेक राव, डॉ. रजत रतनायके, डॉ. विनय जांगड़े एवं विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
डॉ. एस जहीरुद्दीन ने बताया कि मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई स्थापित किये जाने का मुख्य उद्देश्य सेवा वितरण तंत्र को मजबूत करना, ताकि विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की बेहतर पहुंच सुनिश्चित हो सके तथा पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि हो सके। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण, शहरी क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवायें प्रदान करने के अलावा सुराजी गांव योजना अंतर्गत स्थापित गौठानों, गौदान ग्राम में एम्बुलेटरी सेवा (प्रजनन, उपचारात्मक, निवारक) प्रदान करना, सामान्य स्वास्थ्य स्थिति की जांच करना और पशुधन का इलाज करना, बीमारी का पता लगाने के लिए ‘‘ऑन द स्पॉट‘‘ रोग जॉच सेवा प्रदान करना, क्षेत्र में प्रचलित सामान्य बीमारियों का पता लगाना, पशुधन और कुक्कुट रोगों की निगरानी करना, रोग उद्भेद को नियंत्रित करना, विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार उत्पादकता में सुधार के लिए लोगों को उचित आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करना, पशुओं के रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण, उपचार और अन्य विभागीय सेवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है।