रायपुर/बस्तर न्यूज
एएम/एनएस इंडिया के सीएसआर प्रोजेक्ट के उल्लेखनीय पहल ‘पढ़ेगा भारत’ और ‘डिजिटल पाठशाला’ को कल रायपुर में आयोजित 12वें इंडिया सीएसआर अवार्ड समारोह में पुरस्कृत किया गया। पढ़ेगा भारत’ और ‘डिजिटल पाठशाला’ जैसे पहल से कंपनी ग्रामीण भारत में सरकारी स्कूलों का नवीनीकरण करती है और उनके सेटअप और सुविधाओं को मॉडल वन में अपडेट करती है।
एएम/एनएस इंडिया की ओर से यह पुरस्कार सीएसआर हेड डॉ. विकास यादवेन्दु ने प्राप्त किया।
शिक्षा को बढ़ावा देने के क्षेत्र में आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया ने सीएसआर लीडरशिप अवार्ड 2023 किया अपने नाम
शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के विषय पर बोलते हुए डॉ. विकास यादवेन्दु ने कहा कि हम ग्रामीण और कम संसाधन वाले समुदायों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। एएम/एनएस इंडिया का लक्ष्य ग्रामीण आबादी के बच्चों को डिजिटल शिक्षा तक पहुंच प्रदान करके शिक्षा और रोजगार के बीच के रुकावट को तोड़ना और इस तरह भारत में डिजिटल साक्षरता का निर्माण करना है। शैक्षिक अवसर में अंतर को मिटाने की दृष्टि से, एएम/एनएस इंडिया बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करके और छात्रों को बेहतर शिक्षा का अनुभव और वातावरण देने के लिए नई सुविधाओं का निर्माण करके पुराने और जीर्ण-शीर्ण सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूलों में बदलने की दिशा में काम कर रहा है। इससे इन स्कूलों में छात्रों की नामांकन दर बढ़ाने और स्कूल छोड़ने की दर को रोकने में भी मदद मिली है। जिन समुदायों के साथ हम काम करते हैं, उनके हम पर विश्वास के बिना यह पुरस्कार संभव नहीं होता और इसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं।
अब तक एएम/एनएस इंडिया ने ‘पढ़ेगा भारत’ परियोजना के तहत 800 सरकारी स्कूलों को बदल दिया है और ‘डिजिटल पाठशाला’ परियोजना के तहत 5 राज्यों के कई जिलों को कवर करते हुए 100 सरकारी स्कूलों में एआई सक्षम ई-स्मार्ट कक्षा स्थापित की है। इस पहल से समाज के वंचित वर्गों के 4 लाख से अधिक छात्रों को लाभ हुआ है।