जगदलपुर/बस्तर न्यूज
कांकेर जिले के कोरर में हुए स्कूली बच्चों के साथ सड़क हादसे के बाद शासन ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब स्कूली बच्चे ऑटो से स्कूल नहीं जाएंगे। इसके अलावा निजी स्कूलों द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली बस सेवा में उपयोग की जाने वाली बसों को भी सेफ्टी नॉर्म्स का पूरी तरह से पालन करना होगा। खिड़कियों में जालियां अनिवार्य रूप से लगाई जाएंगी । इसके साथ ही वाहन के चालक-मालकों को समझाइश दी गई है कि वे नियमों का पालन करे । तभी बसों से बच्चों को ले जाया करें । आरटीओ दफ्तर से मिली जानकारी के मुताबिक विगत दो दिन पहले जारी हुए इस आदेश के बाद सभी ऑटो और बसो में क्षमता से अधिक बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने वालों पर कार्यवाही किया जा रहा है । साथ ही किसी भी प्रकार की गलती पाए जाने पर वाहन को जब्त कर थाने में खड़ा करवाया जा रहा है ।
किंतु कुछ स्कूल संचालक शासन के इन आदेशों को गंभीरता से ना लेते हुए अपने ही मनमर्जी करने पर तुले हुए हैं । ऐसा ही एक मामला गीदम रोड पर देखने को मिला । जिसमें वाहन क्रमांक सीजी 17 के. एफ. 7991 में स्कूली बच्चों को भेड़ – बकरियों की तरह ले जाया जा रहा था ।
वाहन चालक खूबचंद नायक से पूछने पर उसने बताया कि धरमपुरा स्थित बस्तर वैली स्कूल के बच्चों का आज टाउन हॉल में किसी कार्यक्रम का रिहर्सल चल रहा था । वहीं से बच्चों को स्कूल वाले के कहने पर मैं अपने वाहन में बैठाकर उन्हें घर छोड़ने जा रहा हूं । कांकेर जिले में हुए स्कूली बच्चों के हादसे से भी सबक नहीं लेते हुए बस्तर वैली स्कूल के टीचरों द्वारा बच्चों को इस तरह निजी वाहन में ले जाना फिर से उन्हें हादसों को निमंत्रण दे रहा है । साथ ही जिला परिवहन विभाग भी दिखावे के तौर पर कुछ वाहनों पर कार्यवाही कर चित्त निद्रा में सो गए हैं ।