दंतेवाड़ा । राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा संचालित की जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है गोधन न्याय योजना। इस योजना से महिलाएं अपने जीवन मे आगे बढ़ रही हैं। सही मायने में यह परम्पराओं के साथ विकास की ओर अग्रसर करने वाली योजना सिद्ध हो रहीं है। गौठान के माध्यम से अब चूल्हा चौका से बाहर निकलकर अब गांव की महिलाएं गौठान के बदौलत परिवार का पालन पोषण कर रही हैं। यह योजना महिलाओं के लिए घर बैठे अच्छे रोजगार का साधन साबित हुई है।
इसी तरह दंतेवाड़ा जिले के भैरमबन्द की रहने वाली श्रीमती लक्ष्मी ठाकुर जो आज गौठान से जुड़ अपने परिवार का खर्च उठा रही है। वे कहती है पहले वह ग्रहणी का कार्य करती थी एक वक्त ऐसा भी था जब घर चलाने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जब गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी की शुरुआत हुई तो उन्होंने इस योजना का भरपूर लाभ उठाया और गौठान में काम कर अच्छी आमदनी अर्जित कर रही है। जिससे वे काफी खुश है। वे आगे बताती है कि दुर्गा महिला ग्राम संगठन से जुड़कर गोधन न्याय योजनान्तर्गत गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्मित करने के साथ ही गौठान में हरी सब्जियों एवं मशरूम का भी उत्पादन कर रही है।
लक्ष्मी ठाकुर बताती है कि गोधन न्याय योजना से 1 लाख 50 हजार रूपये की आमदनी हुई है जिसके तहत बेचे गये गोबर से प्राप्त पैसौं में से खेत की जुताई एवं बच्चों की पढ़ाई के लिए कॉपी पुस्तक के साथ स्मार्ट फोन खरीदी। मोबाइल से अब बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा प्राप्त हो गयी है साथ ही मोबाइल के माध्यम से बच्चे अब तकनीकी ज्ञान का लाभ ले पा रहे हैं। गोधन न्याय योजना से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। लक्ष्मी ठाकुर का कहना है कि राज्य शासन द्वारा संचालित की जा रही गोधन न्याय योजना से हम किसानों, पशुपालकों को सीधा आर्थिक लाभ हो रहा है। इस योजना से लाभ पाकर लक्ष्मी और उनका परिवार खुश होकर राज्य शासन का आभार प्रकट कर रहे है।