जगदलपुर/बस्तर न्यूज
अंचल की सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था अभियान द्वारा आयोजित 4 दिवसीय अखिल भारतीय बहुभाषीय नाट्य स्पर्धा एवं लोक नृत्य उत्सव के दूसरे दिन आज चार नाटकों का मंचन सहित दो नृत्य समूह द्वारा प्रस्तुतियां दी गयीं। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई जी बस्तर सुंदरराज पी., अतिथि वन मंडलाधिकारी कांगेर घाटी डी. गनवीर तथा अध्यक्षता कलेक्टर चंदन कुमार ने किया । आईजी बस्तर सुंदरराज पी. सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से हमें विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति को करीब जानने का मौका मिलता है । कलेक्टर बस्तर चंदन कुमार ने भी इस सांस्कृतिक आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन प्रत्येक वर्ष होना चाहिए । इसके लिए जिला प्रशासन हर संभव मदद करेगा ।
पहली प्रस्तुति हैदराबाद से पहुंची निशुम्भता स्कूल ऑफ ड्रामा ने निर्देशक डॉ. राम होलागुण्डी के मार्गदर्शन में नाटक स्त्रियों का महाभारत का मंचन किया। पौराणिक कथा महाभारत में पाण्डवों के पराक्रम की कथाएं जगजाहिर है, पर जिस तरह स्त्रियों की भूमिका रही उसे भी नकारा नहीं जा सकता। आधुनिक युग में स्त्रियों के समाज के प्रति समर्पण के बावजूद उनकी स्वच्छंदता पर होने वाले कुठाराघात का विद्रोहिक चिंतन का वर्णन इस प्ले में किया गया। 9 पात्रों के इस नाटक में अग्निका एटावनी ने बालिका, अम्बा द्रोपदी और विधवा की भूमिका निभा सशक्त अभिनय का प्रदर्शन किया। इस प्ले में राम नुक्काला, योगा बालाजी, साई राम, नागा फणीन्द्र, पूनम, वनिशा, प्राची और जनार्दन ने पात्रों को बहुत अच्छे ढंग से जीया।
दूसरी प्रस्तुति झारखण्ड सांस्कृतिक मंच जमशेदपुर के दल द्वारा बुड्ढा बच्चा नाटक का मंचन किया, जिसके लेखक प्रशांत महाराणा हैं। शिवलाल सागर के निर्देशन में ये नाटक पारिवारिक संबंधों पर आधारित सामाजिक व्यवस्था पर कुठाराघात करता नज़र आया। इस नाटक में हर किरदार ने अपनी भूमिका के साथ न्याय करता मिला।
दूसरे दिन हुई 4 नाटकों की प्रस्तुति, नृत्य दलों ने भी दर्शकों को लुभाया
तृतीय प्रस्तुति कोटपाड़ ओडिशा से दमयंति कला परिषद की टीम प्रकाश मोहंती के निर्देशन में नाटक बिका लेकर पहुंची। ऊर्जावान कलाकारों ने पूरे जोश के साथ नाटक के किरदारों को जीवंत बना दिया। लोक जीवन में आनंद का स्थान सर्वोपरि है।
चौथा नाटक के रूप में बैरकपुर पश्चिम बंगाल की टीम निहारिका द्वारा सार्थकता की प्रस्तुति दी गयी। जिसमें गरीबी के कारण पलायन करने का दंश झेलने वाले परिवार की कहानी का चित्रण किया गया। सुबीर विश्वास और मनोज प्रसाद के मार्गदर्शन में डॉ अपूर्व डे, प्रीतिश सेनगुप्ता, सुब्रत घोष, अमर भट्टाचार्य, अमिताभ चटर्जी, संजय सेन, हरेन्द्र चंद्र राय, सौमेन बनर्जी, गौतम देवनाथ और सुबीर विश्वास का अभिनय जीवंत जान पड़ता है।
नृत्य दलों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां
बस्तर परब 2023 नाट्य प्रतियोगिता एवं लोकनृत्य उत्सव में सुष्मिता रथ के निर्देशन में जैपोर ओडिशा की प्रेरणा डांस एकेडमी और सुब्रत भुआन के निर्देशन में राउरकेला ओडिशा की नृत्य मधुरम ग्रुप द्वारा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गयीं।
भव्य रंग जुलूस, कलाकार करेगे नगर भ्रमण
इस नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन सोमवार 13 फरवरी को भव्य रंग जुलूस स्थानीय मैत्रीसंघ से निकाला जायेगा, जो कि शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए वापस मैत्रीसंघ के समाप्त होगा । इस रंग जुलूस में विभिन्न प्रदेशों की संस्कृतियों की झलक देखने को मिलेगा। नगर में 10 जगहों पर जुलूस का पड़ाव होगा जहां कलाकारों को स्वागत किया जायेगा।