जगदलपुर । (बस्तर न्यूज) बस्तर पुलिस द्वारा जिले में आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। इसी तारतम्य मे 05 अक्टुबर को लामनी एवं सरगीपाल के मध्य पुलिया नीचे संदिग्ध अवस्था में मिले शव एवं घटित वारदात की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली हैं। थाना परपा अंतर्गत जाॅच के दौरान उक्त शव सतवंत सिंह उर्फ मोनु बरार के रूप में पहचान हुई थी । मामले में जाॅच जिसमें घटनास्थल निरीक्षण, शव पंचायतनामा एवं शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं परिस्थतिजन्य साक्ष्यों के आधार पर उक्त पुरूष की हत्या होना पाये जाने से मामले में थाना परपा में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध हत्या (धारा 302 , 201भादवि.) का अपराध दर्ज कर अनुसंधान में लिया गया था।
उधारी दिये गये रकम की वापसी को लेकर किया गया हत्या
प्रकरण में उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाॅल के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीसय अधिकारी (पुलिस), केशलुर ऐश्वर्य चन्द्राकर के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी परपा धनजंय सिन्हा के नेतृत्व में उप निरीक्षक विष्णु यादव, दिलीप मेश्राम, प्रमोद ठाकुर, पीयुष बघेल, सहयक उप निरी. सुदर्शन दुबे, प्र.आर. चंदन गोयल, जोगी राम बुडेक, लवण पानीग्राही, उमेश चंदेल, चोवादास गेदलें, मौसम गुप्ता, पवन श्रीवास्तव, सुधीर मिश्रा, आरक्षक गोबरू कश्यप, नीरज सिह, मंगल कश्यप, भुपेन्द्र नेताम, धर्मेन्द्र ठाकुुर आदि की टीम गठित कर मामले में अनुसंधान किया जा रहा था। दौरान विवेचना के घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के अनुरूप आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर मृतक सतवंत उर्फ मोनु के दोस्त नरविंदर सिह बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं एक किशोर बालक द्वारा अपराध में संलिप्त होना पाया गया । पूछताछ में आरोपियों ने मृतक सतवंत सिंह उर्फ मोनु बरार का हत्या करना स्वीकार किया है। मामले में आरोपी नरविंदर सिंह बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं किशोर बालक के स्वीकारोक्ति के बाद दोनो आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय भेजा गया है। एवं एक अन्य किशोर बालक के विरूद्ध विधिवत् कार्यवाही कर किशोर न्याय बोर्ड भेजा गया है।
वारदात का तरीका
आरोपी नरविंदर बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं एक किशोर बालक एवं मृतक सतवंत सिंह काफी समय से एक दुसरे को जानते पहचानते थे, पूर्व में नरविंदर बाजवा के द्वारा 5000 रूपये सतवंत बरार को दिया था जिसके द्वारा उधारी की राशि वापस नही किया गया था । 4 अक्टुबर को आरोपियों द्वारा मृतक सतवंत सिंह को सरगीपाल की ओर शराब पीने के नाम पर ले गये । जहा सरगीपाल में उधारी पैसे लेनदेन की बात को लेकर आपस में विवाद हुआ और आरोपी नरविंदर बाजवा, शेरसिह सुमेर एवं किशोर बालक के द्वारा कैची, मोटर सायकल की चाबी से सतवंत के सिर पर हमला किया गया एवं गला दबाकर हत्या कर दिया गया। हत्या पश्चात शव को छिपाने के उद्देश्य से सरगीपाल और लामनी के मध्य पुलिया के निचे फेक दिया गया ।