हैदराबाद । (बस्तर न्यूज) नवरत्न पीएसई एनएमडीसी ने प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र शांतिगिरी के सहयोग से भारत की सदियों पुरानी आयुर्वेद की परंपरा से होने वाले लाभों के बारे में कार्यक्रम का आयोजन किया। सरकार की 3 से 9 अक्टूबर तक हर दिन, हर घर आयुर्वेद पहल में भाग लेते हुए एनएमडीसी ने एनएमडीसी कर्मचारियों को संबोधित करने के लिए शांतिगिरी से स्वामी प्रणवशुदन ज्ञान तपस्वी को आमंत्रित किया। संवाद सत्र के बाद वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
आयुष मंत्रालय ने 2022 से 2047 तक की अवधि को आयुर्वेद का अमृतकाल घोषित किया है। एनएमडीसी ने हमेशा अपने संचालन के केंद्र में कर्मचारियों की भलाई रखी है । जो फिट इंडिया, हैदराबाद मैराथन, योग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुर्वेद के हमारे कार्यक्रमों में परिलक्षित होता है।
इस अवसर पर बोलते हुए स्वामी जी ने कहा हाल के स्वास्थ्य संकट ने स्वस्थ और उत्पादक जीवन के लिए संतुलित जीवन शैली और आहार के महत्व को उजागर किया है। यह ज्ञान पीढ़ियों से प्रचलित भारतीय चिकित्सा पद्धति के मूल में है और प्रकृति और मानव शरीर के पांच तत्व आयुर्वेद में शामिल है। इस विशद ज्ञान की मान्यता निरंतर बढ रही है। अगर स्वास्थ्य धन है, तो आयुर्वेद एक खजाना है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम यह बात दुनिया को बताएं।