दंतेवाड़ा। जिले में बीती रात हुई भारी वर्षा के कारण विकासखंड गीदम अंतर्गत ग्राम बागमुंडी–पनेड़ा क्षेत्र में स्थित नाले पर पुल का एक हिस्सा ढह जाने से जगदलपुर-दंतेवाड़ा-बीजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बाधित हो गया था। इस स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तत्काल युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है।
घटनास्थल पर आज जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप और कलेक्टर कुणाल दुदावत ने पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने मरम्मत कार्य में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रशासन द्वारा देर रात से ही आवश्यक मशीनरी और तकनीकी टीम को मौके पर तैनात कर दिया गया था। मरम्मत कार्य तेज़ी से प्रगति पर है और उम्मीद जताई जा रही है कि आज रात तक मार्ग को वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील करते हुए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है जब तक कि मुख्य मार्ग पूर्ण रूप से चालू नहीं हो जाता।
प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान के आंकलन तथा पुनर्वास सुनिश्चित करें : प्रभारी मंत्री
विगत रात्रि में भारी वर्षा से हुए क्षति का आंकलन हेतु जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, विधायक चैतराम अटामी, जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी द्वारा मुख्यालय के वर्षा प्रभावित क्षेत्र जैसे सुरभि कालोनी, जीएडी कालोनी तथा नये रेस्ट हाऊस सहित अन्य मोहल्लों का जायजा लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये।
इस दौरान कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जिला प्रशासन द्वारा राहत के फौरी उपायों तथा प्रभावित लोगों के पुनर्वास हेतु किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गयी। जिले में अतिवृष्टि से हुई क्षति के लिए आंकलन के लिये तहसीलदारों एवं पटवारियों के द्वारा सर्वे कार्य साथ ही जिले में 27 राहत शिविर बनाये गयें हैं। जहां जिले की आपदा राहत टीम अलर्ट मोड पर तैनात है। आश्रय स्थलों में लोगों के लिये भोजन, पेयजल, कपड़े, बिस्तर इत्यादि के भी पर्याप्त व्यवस्था कर दी गयी है। प्रशासन की प्राथमिकता सर्वप्रथम लोगों को प्राथमिक राहत पहुंचाना है। तत्पश्चात उनके क्षति के आंकलन कर शीघ्र-अतिशीघ्र मुआवजा देने की कार्यवाही की जायेगी।