हैदराबाद/बस्तर न्यूज
भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने हैदराबाद स्थित अपने मुख्यालय तथा भारत भर में स्थित अन्य खनन इकाइयों में ‘नए भारत’ थीम को प्रदर्शित करते हुए देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस वर्ष के समारोहों में ऑपरेशन सिंदूर को श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता को दर्शाया गया।
अमिताभ मुखर्जी सीएमडी ने कार्यकारी निदेशकों की उपस्थिति में हैदराबाद स्थित एनएमडीसी कॉर्पोरेट कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कार्यक्रम के में विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी) जॉयदीप दासगुप्ता, निदेशक (उत्पादन), श्रीमती प्रियदर्शिनी गद्दाम, निदेशक (मानव संसाधन) एवं निदेशक वित्त (अतिरिक्त प्रभार) तथा कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
जनसमूह को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने कहा कि यह स्वतंत्रता दिवस वीरता से ओतप्रोत है क्योंकि इस वर्ष हमारी स्वतंत्रता का न केवल स्मरण किया गया, बल्कि उसकी रक्षा भी की गई। एनएमडीसी भारत के विजन का एक भाग है। हमारे द्वारा खनन किया जाने वाला प्रत्येक टन अयस्क, हमारे द्वारा उत्पादित प्रत्येक इस्पात कॉइल और संगठन के रूप में हमारे द्वारा लिए गए प्रत्येक निर्णय में राष्ट्र के विकास व विश्वास के प्रति प्रतिबद्ध है। हम वित्त वर्ष 26 में 55 मिलियन टन उत्पादन का दृढ़ लक्ष्य लेकर आगे चल रहे हैं। इस उपलब्धि तक पहुँचकर, हम 2030 तक अपने 100 मिलियन टन के लक्ष्य पार कर सकते हैं। एनएसएल के लिए, अगस्त 2025 उपलब्धियों से भरा एक ऐतिहासिक महीना रहा है। एक ही दिन में 11,205 टन हॉट मेटल का उत्पादन, वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 25.7 करोड़ रुपये का कर-पश्चात लाभ तथा 1.2 एमएम थीक हॉट रोल्ड कॉइल का सफल रोलआउट। एनएसएल को लोगों और भूमंडल के प्रति जिम्मेदारी की यह गहरी व आत्मीय भावना एनएमडीसी से विरासत में मिली है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में, एनएमडीसी ने पिछले सप्ताह अपने कॉर्पोरेट कार्यालय और छत्तीसगढ़ एवं कर्नाटक स्थित परियोजनाओं में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया था। इस समारोह के दौरान विजेताओं को सम्मानित किया गया। जिससे प्रतिभागियों के बीच सौहार्द और टीम वर्क की भावना को बढ़ावा मिला। एनएमडीसी की खनन इकाइयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह ने राष्ट्र के विकास के प्रति कंपनी की दृढ़ प्रतिबद्धता तथा नये भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप सभी के लिए एक मजबूत और टिकाऊ भविष्य के निर्माण के प्रति संकल्प व समर्पण को दर्शाता है।