हैदराबाद/बस्तर न्यूज
भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने अपने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की । वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी ने 11.99 एमटी उत्पादन किया, जो 9.19 एमटी से 30% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है और 11.52 एमटी की बिक्री की जो वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के 10.07 एमटी से 14% की वार्षिक वृद्धि है । इन आँकड़ों के साथ एनएमडीसी ने अब तक का पहली तिमाही का अपना सर्वश्रेष्ठ भौतिक प्रदर्शन दर्ज किया । वित्तीय मोर्चे पर राष्ट्रीय खनिक ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में मज़बूत प्रदर्शन दर्ज किया और टर्न ओवर वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के 5,378 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,634 करोड़ रुपये हो गया । वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कर-पूर्व लाभ बढ़कर 2,644 करोड़ रुपए और ईबीआईटीडीए बढ़कर 2,777 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में टर्नओवर में 23% की उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है।
इस पर एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि लौह अयस्क भारत के इस्पात उद्योग की रीढ़ है और देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक के रूप में एनएमडीसी देश की खनिज की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है । राजस्व में दोहरे अंकों की वृद्धि के साथ हमारा मज़बूत पहली तिमाही का प्रदर्शन परिचालन उत्कृष्टता और रणनीतिक निर्णयों के प्रति हमारे निरंतर प्रयासों का प्रमाण है। उन्नत तकनीकों और अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ उठाकर हम लगातार उच्च उत्पादन करने में सक्षम रहे हैं और हमने इस वित्तीय वर्ष और अपने 2030 के विजन का आधार बनाया है। ये परिणाम एनएमडीसी की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता रणनीतिक निर्णयों और देश में लौह अयस्क की बढ़ती माँग को पूरा करने पर उसके फोकस को दर्शाते हैं । इस मज़बूत प्रदर्शन के साथ एनएमडीसी अपनी विकास यात्रा जारी रखने और भारत के इस्पात उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।