दंतेवाड़ा/बस्तर न्यूज
सायबर ठगी के मामलो को गम्भीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक गौरव राय के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनाला स्मृतिक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती पूजा कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर.के. बर्मन के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी बारसूर कपिल चंद्रा के पर्यवेक्षण में प्रकरण के आरोपियो का शीघ्र गिरफ्तार कर धोखाधड़ी हुई राशि को बरामद करने दिशा निर्देश प्राप्त होने पर विवेचना दौरान प्रार्थी से पूछताछ कर एवं बैंक जानकारी लिया गया जो प्रार्थी को डिजिटल अरेस्ट में डाल कर उनसे 28 लाख रूपये का फ्रॉड होना पाया गया तथा तकनीकी शाखा दंतेवाड़ा नोडल अधिकारी ठाकुर गौरव सिंह के नेतृत्व में फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन एनालिसिस एवं साइबर फॉरेंसिक टूल्स उपयोग कर जानकारी के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियो से अनुमति पश्चात् आरोपियो की पतासाजी हेतु निरीक्षक विमल रॉय के नेतृत्व में उनि. हेमशंकर गुनेंद्र, उनि. गोल्डी भारद्वाज, सउनि. प्रशांत सिंह, आर. अजीत नरेटी, देवलाल सिदार आदि की टीम का गठन कर अथक प्रयास के बाद जामनगर, गुजरात से आफताब समा, किशन वाढेर, पारिया अजय को गिरफ्तार किया गया है।
किरन्दुल थाना प्रभारी से मिली जानकारी अनुसार किरंदुल निवासी एनएमडीसी कर्मचारी को 30.05.2025 के शाम करीबन 7.45 बजे प्रार्थी के मोबाईल नंबर में व्हाटसप काल कर एक व्यक्ति द्वारा मुंबई में आपके नाम से एक बैंक अकाउंट ओपन हुआ है। जिसमें अवैध लेनदेन किया गया है जिस पर मुंबई में आपके विरूद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर एफआईआर हुआ है, बोलकर आरोपी द्वारा अपने एक साथी को व्हाटसप में कनेक्ट कर प्रार्थी को इस केस में सेटलमेंट करने हेतु 28 लाख रूपये का ट्रांसफर करने को कहा गया, प्रार्थी आरोपी की बातों से डरकर आरोपी के खाता में 28 लाख रूपये ट्रांसफर कर दिया। बाद में प्रार्थी को अपने साथ धोखाधड़ी होने की अंदेशा की रिपोर्ट कराने पर थाना किरन्दुल में अपराध क्रमांक 28/2025 धारा 318 (4) बी.एन.एस., 66 (डी) आईटी एक्ट में पंजीबध्द किया गया। तथा पुलिस द्वारा त्वरित विधिसंगत कार्यवाही करते हुए गुजरात के जामनगर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। आरोपियों से प्राप्त बैंक खातों में जमा राशि को जब्त कर मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने दीगर राज्य टीम रवाना किया जाएगा।