जगदलपुर

स्वयंसेवी वालेंटियर्स बच्चों को स्कूल से जोड़ने में निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका

जगदलपुर। बस्तर जिले में शिक्षा को जनांदोलन का रूप देने की दिशा में एक नई पहल की शुरुआत की गई है, जिसके अंतर्गत स्वयंसेवी वालेंटियर्स को बच्चों को स्कूल से जोड़ने तथा स्कूल और समुदाय के बीच संवाद को मजबूत करने के उद्देश्य से सक्रिय रूप से जोड़ा गया है। यह पहल जिले के दूरस्थ और आदिवासी बहुल क्षेत्रों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता को सुधारने के लिए एक प्रभावी कदम साबित होगी। साथ ही दीर्घकालीन रूप से एक शिक्षण मॉडल की नींव रखने में सहायक होगी। जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के दौरान इस महत्ती पहल के लिए करीब 450 स्वयंसेवी वालेंटियर्स ने अपनी सक्रिय सहभागिता दी। इस दौरान वालेंटियर्स ने एक कदम आगे आकर जागरूक समाज उन्नत समाज के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया।

कार्यशाला की शुरुआत करते हुए कलेक्टर हरिस एस ने कहा कि बस्तर के विभिन्न गांवों से चयनित वालेंटियर्स बच्चों के साथ नियमित संवाद करने सहित ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान कर उन्हें स्कूल में वापस लाने का प्रयास करेंगे और अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि इन वालेंटियर्स को आगे विशेष प्रशिक्षण देकर बाल संरक्षण, स्वास्थ्य और पोषण जैसे अन्य सामाजिक मुद्दों पर भी काम पर लगाया जाएगा, जिससे समग्र बाल विकास सुनिश्चित हो सके।

इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत प्रतीक जैन ने वालेंटियर्स को सशक्त समाज बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जागरूक युवाओं की यह टीम समाज में बदलाव लाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसकी बस्तर के परिप्रेक्ष्य में दायित्व ज्यादा है। यहां के अंदरूनी इलाकों में जहां बच्चों को स्कूल से जोड़ने सहित शिक्षा के प्रति समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना आवश्यक है। उन क्षेत्रों में इन वालेंटियर्स की अहम भूमिका होगी।

कार्यशाला के आरंभ में जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने बताया कि जिले में पहले भी कोविड के दौरान वालेंटियर्स द्वारा कई गांवों में सीख कार्यक्रम और मोहल्ला क्लास के द्वारा बच्चों की पढ़ाई में योगदान दिया गया है। साथ ही बाल सभा, शिक्षा जागरूकता रैलियों का आयोजन किया गया। इससे न केवल बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है, बल्कि अभिभावकों और स्कूलों के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण भी बना है।

इस अवसर पर यूनिसेफ के रीजनल हेड रवि कुमार ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए वालेंटियर्स से आह्वान किया कि स्वयंसेवा एक कर्म नहीं बल्कि एक संस्कार है। इसलिए स्वयं के साथ समाज को देने के इस पुनीत कार्य में सक्रिय रूप से सहभागी बने।

इस मौके पर जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्रोत समन्वयक, संकुल समन्वयक सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं और वालेंटियर्स उपस्थित रहे।

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