दंतेवाडा़ । राज्य शासन द्वारा राज्य में संचालित शासकीय महाविद्यालयों में सत्र 2024-25 से स्ववित्तीय योजना, जन भागीदारी मद अंतर्गत नवीन विषय, संकाय, कक्षा प्रारंभ करने हेतु अनुमति प्रदान की गई है। इस क्रम में जिले के शासकीय आदर्श महाविद्यालय जावंगा में प्रस्तावित नवीन संकाय प्रारंभ करने के तहत बैचलर परफॉर्मिंग आर्ट्स एवं बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की कक्षाएं प्रारंभ होगी।
बैचलर परफॉर्मिंग आर्ट्स के अन्तर्गत स्वर संगीत, (हिन्दुस्तानी) तबला, कथक, भरतनाट्यम एवं लोक संगीत तथा बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स में चित्रकला, मूर्तिकला, ग्राफिक्स, जैसे फाइन आर्ट से संबंधित विषयों पर अध्ययन कराया जायेगा। इसके लिए दोनों संकायों में 30-30 सीटे निर्धारित रहेगीं। राज्य शासन द्वारा कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति कुछ शर्तों के अधीन प्रदाय की गई है। इसके अनुसार स्ववित्तीय योजना, जनभागीदारी मद के अंतर्गत उक्त विषय, संकाय कक्षा का संचालन शैक्षणिक सत्र 2024-25 से किया जावेगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व वर्षो में दक्षिण बस्तर के महाविद्यालयों में फाइन आर्ट के संबंधित कक्षाओं की सुविधा न होने के कारण इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले स्थानीय छात्रों को अन्यत्र नगरों में स्थापित महाविद्यालयों का रूख करना पड़ता था। परन्तु फाइन आर्ट की कक्षाएं स्थानीय महाविद्यालय मे प्रारंभ करने के शासन के निर्णय से इससे संबंधित विभिन्न विधाओं में पारगंत होने के इच्छुक स्थानीय छात्र-छात्राओं को एक बेहतर वातावरण उपलब्ध होगा और वे अपने मनपंसद कार्यक्षेत्र में अपना कैरियर बना सकेगें।