जगदलपुर/बस्तर न्यूज
जिले के पुलिस को धरमपुरा एसबीआई के सामने स्थित साईनाथ रोडवेज के गोदाम से चोरी करने वाले आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है। ज्ञात हो कि प्रार्थी सुनील हिन्दुजा निवासी इंदिरा वार्ड मोतीतालाब पारा जगदलपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि 20 जुलाई को 14ः00 बजे अपने गोदाम से घर खाना खाने गया था। वापस खाना खाकर 15ः00 बजे गोदाम आया तो देखा एक मोबाईल का कार्टून गोदाम में नही था। एक कार्टून में 18 नग INFINIX कम्पनी का मोबाईल कीमती 143982 रूपये नहीं था। जिसे किसी अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है कि प्रार्थी के रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, अति. पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक दिलीप कोसले के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली सुरेश जांगड़े के नेतृत्व में टीम गठित कर अनुसंधान में लिया गया। अनुसंधान दौरान टीम द्वारा प्रार्थी व गवाहो से पुछताछ उपरांत तकनीकी साक्ष्य के आधार पर एक संदेही को पकड़कर, पुछताछ करने पर अपना नाम कुरूमुजू अनिल राव निवासी बालाजी वार्ड जगदलपुर का रहने वाला और सांईनाथ रोडवेज धरमपुरा एसबीआई के सामने सुनील हिन्दुजा के गोदाम में 10 हजार की वेतन पर काम करता था । जिससे जरूरत पुरी नही होने से गोदाम में चोरी करता था। करीब 4 माह पहले सांईनाथ रोडवेज से एक नग सिलिंग फेन के कार्टुन को चोरी किया गया था। जिसके बाद 20 जुलाई को गोदाम से मालिक और सभी नौकर खाना खाने के लिये जाने के बाद गोदाम में रायपुर से आया हुआ ट्रक जिसमें से एक नग मोबाईल कार्टुन को चोरी किया और अपने दोस्त राहुल सिंग के एग्रीकल्चर मोबाईल दुकान में रखा था दुसरे दिन चोरी किया हुआ मोबाईल फोन 05 नग राहुल सिंह को और सौरभ को 06 नग मोबाईल फोन को दिया और 07 नग मोबाईल को मैं खुद रखा हॅू। जिसमें से एक नग मोबाईल को कहीं गुमा दिया हुं और 6 नग मोबाईल एवं 06 नग फेन को घर में रखा हुं बताने पर राहुल सिंग और सौरभ चौधरी को पता तलाश कर मिलने पर हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर सौरभ चौधरी ने बताया कि 06 नग मोबाईल में से 04 नग मोबाईल को अपने घर में रखना तथा 2 नग मोबाईल को किरंदुल में देना बताया, राहुल सिंग उर्फ दुर्गेश सिंग 04 नग मोबाईल को अपने पास में तथा एक नग मोबाईल को बेचना एवं अपराध करना स्वीकार करने पर आरोपियो के कब्जे से कुल 14 नग मोबाईल एवं 06 नग फेन को जप्त कर किया गया है। आरोपीयों के खिलाफ घटना कारित करने का अपराध सबुत पाये जाने से गिरफ्तार कर, न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय भेज दिया गया है।