जगदलपुर

ग़ज़ल सम्राट के गजलों से देर रात तक सजी रही महफ़िल

जगदलपुर/बस्तर न्यूज 

ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह की जन्म जयंती के अवसर पर रूह ए ग़ज़ल जगजीत सिंह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर के एक रिसोर्ट में बहुत ही आकर्षक इस कार्यक्रम का आयोजन राग द म्यूजिकल ग्रुप के तत्वावधान में किया गया। बस्तर के ग़ज़ल गायकों देवशरण तिवारी, एल .पी. सोनी, आशा सोनी और अक्षत तिवारी ने एक से एक बढ़कर ग़ज़लों की प्रस्तुति दी । जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। होंठों से छू लो तुम, तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, तुमको देखा तो ये खयाल आया, कोई फरियाद, चिट्ठी न कोई संदेश जैसी लोकप्रिय ग़ज़लों की प्रस्तुति देवशरण द्वारा दी गई। एल पी सोनी और आशा सोनी ने जगजीत चित्रा की गाई ग़ज़लों जैसे कागज़ की कश्ती, ये तेरा घर ये मेरा घर, अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें जैसी ग़ज़लें गा कर खूब तालियां बटोरीं। नवोदित कलाकार अक्षत तिवारी ने नए अंदाज में कल चौदवीं की रात थी, नज़ारे उठाओ ज़रा तुम और फिर से मौसम बहारों का आने को है जैसी ग़ज़लें गाकर माहौल को और भी ज़्यादा मनमोहक बना दिया। तबले पर विशाल ठाकुर, कीबोर्ड पर आकाश तिवारी, गिटार पर रोहित मौर्य, बेस गिटार पर अमित जंघेला, बांसुरी पर राहुल रायकवार और प्रकुशन पर आशीष ने संगत की। कार्यक्रम का संचालन वंदना झा ने किया।

कार्यक्रम के आरंभ में राग द म्यूज़िकल ग्रुप के संरक्षक सुरेश जैन, अध्यक्ष बीजू विश्वास, सचिव प्रशांत दास उपाध्यक्ष ज्योति गर्ग समीर जैन और चंद्रभान नागवंशी ने माता सरस्वती और जगजीत सिंह के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। करीब तीन घंटे तक चले इस कार्यक्रम की सभी श्रोताओं ने खुले दिल से सराहना की। लोगों ने कहा कि इस दौर में लाईव म्यूजिक के कार्यक्रम सुनने की चाहत हर संगीत प्रेमी के दिल मे होती है। लोगों ने राग के इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम शहर में होते रहने चाहिए। इस कार्यक्रम में एक विशेष आकर्षण लाईव पेंटिंग रही। लाईव संगीत के चलते चलते अंचल की विख्यात फ़ाईन आर्टिस्ट तमन्ना जैन ने स्टेज के सामने जगजीत सिंह की एक खूबसूरत पेंटिंग भी बनाई। कार्यक्रम की शरुआत के साथ उन्होंने पेंटिंग की शुरुआत की और कार्यक्रम के समाप्त होने से पहले उन्होंने हूबहू जगजीत सिंह का पोर्ट्रेट तैयार कर दिया जिसे लोगों ने खूब सराहा।

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