हैदराबाद/बस्तर म्यूज
एनएमडीसी ने भारतीय संविधान के जनक डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की 132वीं जयंती मनाई गई । अमिताभ मुखर्जी सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार), दिलीप कुमार मोहंती निदेशक (उत्पादन), विश्वनाथ सुरेश निदेशक (वाणिज्यिक) तथा बी. विश्वनाथ ने अपने कर्मचारियों के साथ भारत गणराज्य के संस्थापक जनकों में से एक महान व्यक्ति डॉ आंबेडकर को सम्मान व श्रद्धांजलि अर्पित की ।
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एसोसिएशन के सहयोग से प्रमुख खनन कंपनी एनएमडीसी द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एनएमडीसी एससी/एसटी कर्मचारी कल्याण संघ के बी. हनुमंत राव(सभापति), बी. पवन कुमार (महासचिव) और कार्यकारी सदस्यों और कर्मचारियों के साथ उपस्थित थे। समारोह की शुभारंभ गणमान्य अतिथियों द्वारा डॉ बी. आर. अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई, इसके पश्चात उनकी स्मृति में प्रार्थना की गई।
इस अवसर पर अपने संबोधन में अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में 75 साल पहले हमें एक संविधान प्रस्तुत किया था । जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना उस समय था। उन्होंने हमें एक ऐसा संविधान दिया है जो जीवित रह सकता है, सांस ले सकता है और विकसित हो सकता है। यह सबसे प्रमुख संविधानों में से एक है, जो यह सार्वभौमिक मानवाधिकारों को कायम रखता है और समानता के प्रतिबद्धता के साथ प्रत्येक नागरिक की रक्षा करता है। एनएमडीसी में हम उन मूल्यों से प्रेरणा लेते हैं जिन पर हमारे संस्थापकों ने राष्ट्र का निर्माण किया था।
इस अवसर पर सिटीजन आर्केस्ट्रा ने समाज के उत्थान में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के योगदान को याद करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। एनएमडीसी एससी/एसटी कर्मचारी कल्याण संघ ने समाज सुधारक को श्रद्धांजलि के रूप में बच्चों को स्कूल बैग वितरित किए।