जगदलपुर। (बस्तर न्यूज) हिन्दू धर्म में भगवत गीता का विशेष महत्व है। यही कारण है कि अधिकांश घरों में भगवत गीता रखी जाती है। मान्यता है कि जिस घर में गीता का नियमित पाठ किया जाता है, वहां सदैव खुशहाली बनी रहती है। 3 दिसंबर को बस्तर सहित देश भर में गीता जयंती महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग ने भी तेतरकुट्टी में गीता जयंती मनाई गई।
नगर के तेतरकुट्टी हिंगलाजीन मंदिर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित गीता जयंती कार्रवाई में पूजा अर्चना के बाद गीता के महत्व को बताया गया। वक्ताओं ने बताया कि जिन घरों में भागवत गीता ग्रंथ उपस्थिति है, वहां सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। घर पर भगवत गीता रखने के कुछ नियम है। श्रीमद्भागवत गीता एक पवित्र ग्रन्थ है, इसलिए पढ़ने के बाद इन्हें मंदिर में ही रखना चाहिए। साथ ही बिना स्नान के छूना भी नहीं चाहिए। इस नियम का पालन जरूरी है।
कोई भी अध्याय बीच में न छोड़े
विहिप के रवि ब्रम्हचारी ने बताया कि शास्त्रों में बताया गया है कि गीता का पाठ किसी भी समय करने से उत्तम फल मिलता है। लेकिन पाठ शुरू करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी अध्याय बीच में ना छूटे। अध्याय को पूर्णतः समाप्त करके ही अन्य कार्य करें। गीता का पाठ करने के पूर्व भगवान श्री गणेश और श्री कृष्ण की उपासना जरूर करें।