हैदराबाद । (बस्तर न्यूज) भारत के लौह पुरुष वल्लभभाई पटेल की जयंती पर एकता दिवस और केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशानुसार सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्घाटन किया गया । 31 अक्टूबर से 06 नवम्बर तक वीएडब्ल्यू मनाया जा रहा है । जिसकी थीम भ्रष्टाचार मुक्त भारत, विकसित भारत है।
उद्घाटन समारोह पर एनएमडीसी के सीवीओ बी. विश्वनाथ ने कर्मचारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने सतर्कता जागरूकता सप्ताह पर राष्ट्रपति का संदेश भी पढ़ा। वीएडब्ल्यू के अवसर पर अधिशासी निदेशक (पीसी) बी साहू ने उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ा । अधिशासी निदेशक (वाणिज्य) ए के पाढी ने प्रधानमंत्री और अधिशासी निदेशक (आरपी) एम जयपाल रेड्डी ने केंद्रीय सतर्कता आयोग के संदेश को पढा। शपथ समारोह छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड और नई दिल्ली स्थित एनएमडीसी लिमिटेड की सभी परियोजनाओं/ अनुसंधान एवं विकास और क्षेत्रीय कार्यालयों में भी आयोजित किया गया । जिसने वहां तैनात पांच हजार अन्य कर्मचारियों ने कोविड-19 महामारी से संबंधित सावधानियों का विधिवत पालन करते हुए एक साथ सत्यनिष्ठा शपथ ली।
एनएमडीसी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, सुरक्षा और अन्य आउटसोर्स कर्मियों, विक्रेताओं, आपूर्तिकर्ताओं और अन्य हितधारकों के लिए व्यक्तिगत और अंतर विभागीय प्रतियोगिताओं और संवेदीकरण कार्यक्रमों सहित विभिन्न गतिविधियों की व्यवस्था की योजना बनाई गई है । जिसका समापन 5 नवम्बर को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण के साथ होगा। वीएडब्ल्यू के उद्घाटन दिवस पर एनएमडीसी कर्मचारियों और स्कूली बच्चों के लिए सीके नायडू, क्रिकेट स्टेडियम में मैराथन, रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया । मुख्य अतिथि, एनएमडीसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी बी. विश्वनाथ, आईआरएसएस ने यूनिटी रन को हरी झंडी दिखाई । एनएमडीसी भवन में वीएडब्ल्यू की थीम पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया था । जिसमें प्रख्यात व्यक्तित्व और मुख्य वक्ता एस राजन, आईपीएस, निदेशक एसवीपी राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद ने अपना व्याख्यान दिया। एस राजन ने भ्रष्टाचार का मुकाबला करने अपने अनुभव साझा किए ।
इस अवसर पर सुमित देब सीएमडी एनएमडीसी ने कहा कि हमारा सतर्कता विभाग निर्णय लेने में सुदृढता और पारदर्शिता को सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न उपायों को करने में सक्रिय रहा है। एनएमडीसी अपनी प्रणाली में सत्यनिष्ठा को संस्थागत रूप दे रहा है। उन्होंने कहा कि लोक सेवकों के रूप में, हमें भ्रष्टाचार के प्रति असहिष्णुता सुनिश्चित करना चाहिए ।